सोमवार को नैनीताल का 183वां जन्मदिन मनाया गया

नैनीताल। सरोवर नगरी नैनीताल का 183वां जन्मदिन सोमवार को तल्लीताल के बिशप शॉ स्कूल में धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि सांसद प्रतिनिधि गोपाल रावत ने किया। सभी को नैनीताल के जन्मदिन की बधाई दी। जिसके बाद केक काटकर नैनीताल का जन्मदिन मनाया गया। स्कूली बच्चों के साथ ही पर्यटकों को भी नैनीताल के जन्मदिन पर केक खिलाया गया।
बता दें कि 18 नवंबर 1841 को अंग्रेज व्यापारी पी बैरन यहां पहुंचे और नैनीताल के सौंदर्य से प्रभावित होकर इसे दुनिया की नजरों में लाए। अंग्रेज व्यापारी के आने की तारीख को ही नैनीताल के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है 18 नवंबर को ही पी बैरन नैनीताल आए थे। इस दौरान भवाली एसोसिएशन के सचिव केसी सुयाल ने कहा की नैनीताल पर्यटन नगरी है जिसका अस्तित्व बचाना है, जिसको बचाना आवश्यक है, भारी दबाव को रोकना है जिससे शहर बच सके। उन्होंने कहा की शहर में सौ नालों का निर्माण किया है ताकि झील बच सके नालों के जरिये पानी नैनी झील में जा सके और मलवा रुक जाएं। पहले नैनीताल में इतना भार नहीं था जिसके बाद आवादी बढ़ने लगी और लोगों द्वारा बढ़े बढ़े निर्माण किए गए। मनमाने तरीके से कंस्ट्रक्शन कार्य करने लगे जिससे भूस्खलन की स्थिति बढ़ने लगी है चाहे वो बालियानाला, ठंडी सड़क, समेत अन्य जगह हो रहा है। अगर अवैध निर्माण को रोका जा सके तो तब नैनीताल को बचाया जा सकता है। इस दौरान स्व.दीपक बिष्ट की पत्नी और मानवाधिकार बाल विकास विंग की प्रदेश अध्यक्ष शालिनी बिष्ट ने कहा कि उनके पति दीपक ने ही नैनीताल का जन्मदिन मनाना शुरू किया था और आज वह हमारे बीच नहीं है लेकिन उनके ओर से शुरू किए गए सभी कार्यों को वह आगे भी निरन्तर जारी रखेंगी और वह चाहती है कि विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से दीपक का नाम यूं ही सबके बीच रोशन रहे। इस दौरान कार्यक्रम में हेम पांडे, अर्शद, मनोज भट्ट, सईद अहमद, भगवती सुयाल, संदीप बिष्ट, अरविंद शर्मा, नैनी रिट्रीट के प्रबंधक डीएस जीना, क्लस्टर शेफ चंदन सिंह परिहार, रोहित सहित बिशप शॉ स्कूल की प्रबंधक नीलम दानी, प्रधानचर्या बीना मेसी, रीता अधिकारी, पुष्पा पीटर, रश्मि जोशी, लतिका भट्ट, मुकेश कुमार, पूनम और समस्त क्षेत्रवासी मौजूद रहे।

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