जिलाधिकारी वंदना सिंह ने सोमवार को नैनीताल क्लब सभागार में लालकुआं और नैनीताल की जल जीवन मिशन की प्रगति समीक्षा और सारा से संबंधित जिला कार्यकारी समिति की बैठक आयोजित की।

नैनीताल l जिलाधिकारी वंदना सिंह ने सोमवार को नैनीताल क्लब सभागार में लालकुआं और नैनीताल की जल जीवन मिशन की प्रगति समीक्षा और सारा से संबंधित जिला कार्यकारी समिति की बैठक आयोजित की। लालकुआं और नैनीताल की जल जीवन मिशन योजना के तहत उन्होंने फ़ेज़ 1 और फ़ेज़ 2 में हो रहे कार्यों की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने फ़ेज़ 1 की अवशेष 3 योजनाओं को शीघ्र क्लोज करने और फेस 2 के निर्माणाधीन कार्यों में प्रगति लाए जाने के निर्देश दिए। जिसके लिए उन्होंने कार्यदाई संस्था और विभाग को आपसी तालमेल के साथ कार्य करने के निर्देश दिए। लालकुआं की जेजेएम योजना की समीक्षा के दौरान उन्होंने बताया कि वर्तमान में कुल 54 योजनाओं के तहत कार्य चल रहा है। जिसमें 49 कार्य प्रगति में हैं। इस दौरान जिलाधिकारी ने हल्दूचौड़,सरना और अन्य ग्ग्रामों के जनप्रतिनिधियों से दूरभाष के माध्यम से जेजेएम के तहत हो रहे कार्यों और गुणवत्ता के बारे में विभाग द्वारा बताई गई प्रगति को वेरिफाई किया ।
नैनीताल जल संस्थान की जेजेएम की समीक्षा बैठक के दौरान ईई जल संस्थान रमेश सिंह गर्ब्याल ने बताया कि नैनीताल में कुल 236 योजनायें चल रही है, जिसमें 109 कार्य प्रगति पर हैं। जिलाधिकारी ने
20 प्रतिशत से कम हुए कार्यों की जानकारी और लापरवाही करने पर ठेकेदारों का बांड निरस्त या अन्य कार्रवाई करने की बात कही। साथ ही रुके हुए कार्यों को जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने कार्य में लापरवाही करने वाले ठेकेदारों के अनुबंध समाप्त नहीं करने पर संबंधित अधिशासी अभियंता का स्पष्टीकरण भी मांगा । साथ ही उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी को जिले में भर में टीम बनाकर हर घर जल प्रमाणित करने के लिए ग्रामीण-शहरी इलाकों में खुली चौपाल या बैठक के माध्यम से सत्यापन कराने की बात कही। साथ ही जिन अभियंताओं के क्षेत्र में जेजेएम का कार्य धीमा चल रहा है और लंबे समय से एक जगह में तैनात अधिकारियों के कार्यक्षेत्र में फेरबदल करने को कहा।
इसके बाद उन्होंने सारा से संबंधित जिला कार्यकारी समिति के संबंध में बैठक आयोजित की। इस दौरान उन्होंने एक करोड़ लागत के होने वाले कार्यों की डीपीआर की समीक्षा की, जिसमें रैन वाटर हावेस्टिंग, अमृत सरोवर आदि डीपीआर को सैद्धांतिक सहमति प्रदान की गई इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी अशोक कुमार पांडे, ईई जल संस्थान रमेश सिंह गर्ब्याल, विद्युत विभाग, सिंचाई विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।

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