साई इंस्टीट्यूट ऑफ पैरामेडिकल साइंस के ब्रांड एंबेसडर बने, पिथौरागढ़ के कृष्णा ने बढ़ाया जिले का मान
पिथौरागढ़। घनश्याम ओली चाइल्ड वेलफेयर सोसायटी में रहने वाले 15 वर्षीय कृष्णा को देहरादून के जाने माने कॉलेज साई इंस्टीट्यूट ऑफ पैरामेडिकल साइंस का ब्रांड एंबेसडर बनाया गया है। कृष्णा पिछले 12 दिनों से नशा मुक्ति पर जागरूकता दौड़ कर रहे हैं और जब वह देहरादून के साई इंस्टीट्यूट ऑफ पैरामेडिकल साइंस पहुंचे तो लोगों ने उनका बहुत जोर शोर से स्वागत किया। कॉलेज के चेयरमैन ने कृष्णा के जज्बे को देखते हुए यह निर्णय लिया की उन्हें कॉलेज का ब्रांड एंबेसडर बनाया जाएगा। कॉलेज के डायरेक्टर सुंदर ठाकुर ने यह घोसणा की और कृष्णा को उनके अभियानों में पूर्ण समर्थन और सहयोग देने की बात भी कही। कृष्णा का उद्देश्य नशे को दूर कर समाज को जागरूक और नशा मुक्त बनाना है और इसके लिए वह एक दिन में 30 से 40 किलोमीटर तक की दौड़ कर लोगों को जागरूक कर रहे हैं। देहरादून में उन्होंने 3000 लोगों से जनसंपर्क किया और उन्हें नशा मुक्ति का संदेश दिया। अपनी यात्रा के आधे पड़ाव में पहुंच कर उन्हें बहुत खुशी है की इस तरह से उन्हें जाने माने कॉलेज का ब्रांड एंबेसडर बनाया गया। कृष्णा ने बताया की वह अगले 12 दिनों में अब कुमाऊं छेत्र में 300 किलोमीटर की जागरूकता दौड़ कर लोगों को जागरूक करेंगे और नशा मुक्ति का संदेश देंगे। कृष्णा मूल रूप से देवलथल के हैं , उनके पिता नहीं है और माता मानसिक रूप से अस्वस्थ हैं, इसीलिए पिछले 9 वर्षों से वह घनश्याम ओली चाइल्ड वेलफेयर सोसायटी में रहते हैं। कृष्णा पिथौरागढ़ के दयासागार इंटर कॉलेज में पढ़ते हैं और अभी 10वी k छात्र हैं। कृष्णा ने बताया की उनका लक्ष्य अगले 2 सालों में पूरे देश की यात्रा कर 1 लाख से अधिक लोगों को नशा मुक्ति पर जागरूक करना है और वह लगातार इस पर कार्य करेंगे। उनके इस अभियान में संस्था अध्यक्ष अजय ओली, सूरज और रवि उनका ध्यान रख रहे हैं।