ग्राम सभा भुमका में आयोजित विकसित कृषि संकल्प शिविर” नैनीताल से ग्रामीणों को मिला लाभ, वैज्ञानिक खेती एवं सरकारी योजनाओं की मिली जानकारी

नैनीताल l ग्राम सभा भुमका में कृषि विभाग द्वारा “विकसित कृषि संकल्प अभियान” के अंतर्गत एक विशेष कृषि शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर मुख्य उद्देश्य था प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की लंबित किस्तों हेतु केवाईसी और भूमि सत्यापन, तथा कृषि, उद्यान, पशुपालन, मत्स्य औरआईवीआरआई मुक्तेश्वर से संबंधित विभिन्न सरकारी योजनाओं की जानकारी किसानों तक पहुंचाना।
कार्यक्रम की शुरुआत निवर्तमान ग्राम प्रधान श्री मुकेश चन्द्र बौद्ध द्वारा सभी विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों को पुष्पमाला पहनाकर सम्मानित करते हुए की गई। उन्होंने अपने संबोधन में कहा,अधिकारी और कर्मचारी गांव के विकास की रीढ़ होते हैं। मैं हमेशा एक सेतु की भूमिका में रहा हूं, ताकि मेरे क्षेत्र के लोगों को अधिकाधिक योजनाओं का लाभ मिल सके। जो कर्मचारी दूरस्थ गांवों में जाकर कार्य करते हैं, उन्हें सम्मानित किया जाना आवश्यक है, जिससे उन्हें अपने कार्य पर गर्व हो।
इसके उपरांत शिविर में उपस्थित विभागीय अधिकारियों द्वारा योजनाओं की जानकारी दी गई और किसानों की समस्याएं सुनी गईं। मौके पर ही अनेक किसानों की केवाईसी, भूमि सत्यापन और अन्य आवेदन प्रक्रियाएं पूर्ण की गईं। शिविर में राजस्व विभाग: जगदीश चंद्र (उप-निरीक्षक) कृषि विभाग: डॉ.हरिओम,आईवीआरआई मुक्तेश्वर: डॉ. मधुसूदन,एडीओ (कृषि) डी.एस. मेहता,पशुपालन विभाग: डॉ. संजय कुमार,अन्य संबंधित विभागों के कर्मचारी भी उपस्थित रहे। डॉ. हरिओम (कृषि विभाग): मृदा परीक्षण किसानों की उन्नति के लिए अनिवार्य है। इससे उन्हें भूमि की गुणवत्ता के अनुसार फसल और उर्वरक चुनने में सहायता मिलेगी। विभाग द्वारा गांव-गांव तक जिओ-लाइन टैंक, कृषि यंत्रों एवं अन्य योजनाओं का लाभ पहुंचाया जा रहा है।
डॉ. मधुसूदन (IVRI मुक्तेश्वर):
हम ‘स्पेशल कंपोनेंट प्लान’ के तहत गांवों को गोद लेकर आधुनिक कृषि तकनीकों का प्रशिक्षण दे रहे हैं। हमारा उद्देश्य केवल जानकारी देना नहीं, बल्कि व्यवहारिक बदलाव लाना है। हम स्वयं गांवों में जाकर किसानों के साथ कार्य कर रहे हैं।
निवर्तमान ग्राम प्रधान मुकेश चन्द्र बौद्ध ने जिलाधिकारी, के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि दिनांक 30 मई 2025 को आयोजित बहुद्देशीय शिविर के दौरान उन्होंने इस विशेष कृषि शिविर की मांग रखी थी, जिसे स्वीकार करते हुए जिलाधिकारी महोदय ने कृषि विभाग को आवश्यक निर्देश दिए। परिणामस्वरूप यह शिविर सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इस प्रकार के शिविरों से न केवल ग्रामीणों को योजनाओं की जानकारी मिलती है, बल्कि वे वैज्ञानिक और आत्मनिर्भर कृषि की दिशा में भी प्रेरित होते हैं।
विशेष रूप से उपस्थित ग्रामीणजन:
धनीराम, पनीराम, केशी राम, कैलाश चंद्र, मनोज कुमार, दीवानी राम, राजेंद्र कुमार, किशन राम, विपिन चंद्र, प्रकाश चंद्र, यशपाल चंद्र, नंदन प्रसाद, कुंदन सिंह, विजेंद्र प्रसाद, राकेश चंद्र सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित रहे।यह शिविर केवल एक औपचारिक आयोजन नहीं रहा, बल्कि यह किसानों के लिए एक उपयोगी और ज्ञानवर्धक मंच साबित हुआ, जिससे वे आत्मनिर्भर खेती की ओर एक नया कदम बढ़ा सके।

Advertisement