12 अक्तूबर को सी 2023 ए3 धूमकेतु को नग्न आखों से देखे जाने की संभावना
नैनीताल। धूमकेतु सी 2023 ए3 त्सुचिनशान- एटलस जल्द ही सूर्य के करीब से गुजरने वाला है। यह एक अद्वितीय खगोलीय घटना साबित हो सकती है। 2024 में यह धूमकेतु सबसे चमकीले आकाशीय पिंडों में से एक हो सकता है। नैनीताल के एस्ट्रो फोटोग्राफर प्रमोद सिंह खाती ने इसी धूमकेतु को 30 सितम्बर 2024 की सुबह अपने कैमरे में कैद किया है। वहीं एरीज के वैज्ञानिकों ने भी मौसम साफ होने पर धूमकेतू को 12 अक्टूबर को नग्न आंखों से देखे जाने की भी संभावना जताई है। बता दें कि धूमकेतु सी 2023 ए3 के पृथ्वी व सूर्य के निकटतम दिखने की उम्मीद अक्टूबर 2024 में की जा रही है। जिससे इसे नग्न आंखों से देखा जा सकेगा। धूमकेतु का सबसे अच्छा अवलोकन सूर्योदय से पहले या सूर्यास्त के बाद के समय किया जा सकता है। जब आकाश में पूरी तरह अंधेरा होता है। इसे नग्न आंखों से भी देखा जा सकता है जबकि एक छोटी दूरबीन या टेलीस्कोप के उपयोग से इसे और भी स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। नैनीताल के एस्ट्रो फोटोग्राफर प्रमोद सिंह खाती ने इस धूमकेतु को 30 सितंबर 2024 की सुबह नैनीताल से अपने कैमरे में कैद किया है। उन्होंने यह भी साझा किया कि 12 अक्टूबर को इस धूमकेतु को नग्न आखों से देखे जाने की भी संभावना है। इधर एरीज के वैज्ञानिक डॉ वीरेंद्र रावत ने बताया कि
धूमकेतु सी 2023 ए3 के अवलोकन का वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी विशेष महत्व है। धूमकेतुओं में बर्फ, धूल, और गैस होती है, जो सौर मंडल के शुरुआती निर्माण के समय की बची हुई सामग्री है। इससे हमें सौर मंडल के निर्माण के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिल सकती है। इस धूमकेतु का आगमन न केवल वैज्ञानिकों के लिए बल्कि आम लोगों के लिए भी एक अविस्मरणीय आकाशीय नज़ारा बन सकता है। उन्होंने बताया कि मौसम साफ रहा मो अक्टूबर में को इस धूमकेतु को आखों से देखे जाने की भी संभावना है। धूमकेतु को सुबह सूर्योदय से पहले पूर्व दिशा में कैमरों अथवा खगोलीय दूरबीन से देखा जा सकता है।