केंद्रीय बजट 2024-25 के संबंध में ख़ास रुझान बेरोज़गारी हटाने तथा नौकरी देने तथा किसानों पर मुख्यतः हालाँकि पर्यटन पर मामला लगभग सफ़ाचट्ट छोटे व्यापारियों के लिए कुछ अच्छे कदम और सहूलियतें तथा सीधे कर में आंशिक लाभ स्वागत योग्य।

नैनीताल l केंद्रीय वित्त मंत्री द्वारा पेश किए गये बजट 24-25 को मोदी सरकार 3.0 के आगे पाँच वर्ष की शुरुआत के पालिसी विज़न डॉक्युमेंट के अनुरूप ही देखना पड़ेगा और बीते कुछ वर्षों से मैक्रो पालिसी फ्रेमवर्क में 2014 से अभी तक एक सशक्त भारत बनाने की ही संपूर्ण झलक इस बजट में भी मिलती है। (हालाँकि वर्तमान में बीते माह के केंद्रीय चुनाव तथा उसके पश्चात कुछ महत्वपूर्ण बातों पर विशेष ध्यान दिया गया है जैसे की बेरोज़गारी पर विशेष ध्यान देते हुऐ कई तरह की योजनाएँ जिसमें की EPF के तहत नौकरीयाँ पाने वालों के लिए विशेष इंसेंटिव आदि हैं।) एक बहुत ही अच्छी स्कीम जिसमें एक करोड़ नौजवानों को एक वर्ष के लिए इंटर्नशिप उच्चतम 500 प्राइवेट सेक्टर में ग्राउंड लेवल पर लाइव ट्रेनिंग के रूप में दी जाएगी और इसमें 5,000.00 रुपया प्रतिमाह भी दिया जाएगा। यह बेहद अच्छी शुरुआत है जिससे इन सभी नौजवानों को एक अच्छी ट्रेनिंग के साथ इनही प्राइवेट सेक्टर की कंपनी में नौकरी के अवसर के साथ एक अच्छी ट्रेनिंग जिससे किसी और नौकरी या कंपनी के लिए भी वह नौजवान तैयार होगा और साथ जो प्रतिमाह भत्ता मिलेगा उससे भी ट्रेनिंग के दौरान उसे आत्मविश्वास और मदद मिलेगी। छोटे व्यापारियों के लिए मुद्रा लोन को 10 लाख से 20 लाख किया जाना एक अच्छा बड़ा और सराहनीय कदम है। साथ ही व्यवसायियों के कंट्रोल के बाहर के कठिन हालातों के समय में व्यापार पर असर ना पड़े तथा ऐसे समय में लोन इत्यादि जारी रखना तथा इस दौरान बैंकों द्वारा व्यापार के लिए मदद जारी रखने के दिशा निर्देश भी अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। जी एस टी और इनकम टैक्स प्रणाली को और ज़्यादा सरल तथा ज़्यादातर मसलों को ऑनलाइन निबटाने की प्रक्रिया और सुचारू करना तथा रीअसेसमेंट को केवल तीन वर्षों के ऊपर के मामलों में एस्केप इनकम 50 लाख के ऊपर होने पर खोले जाने का कदम भी बेहद सराहनीय है। इससे छोटे और मझोले व्यवसायियों को काफ़ी राहत मिलेगी। एंजेल टैक्स को ख़त्म करना स्टार्टअप के लिए प्रोत्साहन करने वाला कदम है साथ ही कैंसर के संबंध में तीन महत्वपूर्ण दवाइयों में कस्टम की पूरी छूट तथा टीडीएस और टीसीएस प्रावधानों में भी राहत और वेतन पाने वालों के लिए स्टैण्डर्ड डिडक्शन के साथ डायरेक्ट टैक्स में कुछ आंशिक लाभ जैसे कदम भी सराहनीय हैं। हालाँकि पर्यटन पर अत्यधिक ध्यान तथा बीते वर्षों में बातें कहीं गई और ध्यान था उसपर आगे की कोई भी बात या प्रावधान या रणनीति का साफ़ ना होना उत्तराखण्ड में पर्यटन और ख़ास तौर से मसूरी नैनीताल जैसे पर्यटन स्थानों के लिए और पर्यटन व्यापारियों के लिए निराशाजनक है। इस पर एक आगे की दिशा को साफ़ किया जान अत्यंत अव्यशक था और बजट में होना चाहिए था। पुनीत टंडन
संस्थापक अध्यक्ष
माँ नयना देवी नैनीताल व्यापार मण्डल।

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