नई शिक्षा नीति को लेकर कार्यशाला कल से
नैनीताल:: कुमाऊं विश्वविद्यालय राज्य में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2022 व इसके पाठ्यक्रम निर्धारण व क्रियान्वयन हेतु कुमाऊँ विश्वविद्यालय द्वारा 6,7, 8 जनवरी को तीन दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन होना है। कार्यक्रम का उद्घाटन शिक्षामंत्री डॉ. धन सिंह रावत द्वारा किया जाना है।
बुधवार को कुलपति प्रो. एनके जोशी ने पत्रकार वार्ता कर बताया कि तीन विषय वाले सभी त्रिवर्षीय पाठ्यक्रम बीए, बीकॉम, बीएससी में सीबीसीएस (च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम) आधारित नए पाठ्यक्रम शैक्षणिक सत्र 2022-23 से लागू होंगे। बताया कि नए पैटर्न के अनुसार विद्यार्थी प्रवेश के समय अपने संकाय से दो मुख्य विषयों का चुनाव करेगा और तीसरा मुख्य विषय अपने संकाय से अथवा किसी भी अन्य संकाय से चयनित कर सकता है। विद्यार्थी द्वितीय, तृतीय वर्ष में मुख्य विषय बदल सकता है। उनके क्रम में परिवर्तन भी कर सकता है। कहा कि इस नीति के अंतर्गत यदि कोई छात्र अपनी स्नातक पूरी नही कर पाता तो इस दशा में छात्र को पहले वर्ष के लिए प्रमाणपत्र, द्वितीय वर्ष में डिप्लोमा व तीसरे वर्ष में स्नातक डिग्री दी जा सकती है। वही बताया कि शिक्षा नीति के अंर्तगत अन्य कोर्स भी विश्वविद्यालय संचालित करेगा जिसका फायदा छात्रों को मिलेगा जिसमे वैदिक सभ्यता से लेकर धार्मिक गाथाओं तक के विषयों पर पढ़ाया जाएगा।इस पत्रकार वार्ता के दौरान कुलसचिव दिनेश चन्द्रा, कार्यशाला संयोजक प्रो. संजय पंत, प्रो. ललित तिवारी, विधान चौधरी आदि रहे।