गुरुवार को स्वास्थ्य निदेशक कार्यालय में परिवार नियोजन को लेकर गोष्ठी संपन्न

नैनीताल। सरोवर नगरी मैं गुरुवार को स्वास्थ्य निदेशक कार्यालय प्रांगण में परिवार नियोजन की अरथाई विधियां विषय पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसका शुभारंभ स्वास्थ्य निर्देशक तारा आर्य, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ भागीरथी जोशी, प्रमुख चिकित्सक बीडी पांडे, डॉक्टर एल एमएस रावत, वरिष्ठ फिजीशियन डॉक्टर एम एस दुग्ताल, डॉक्टर आरके वर्मा और डॉक्टर पुनेरा, द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस दौरान निर्देशक डॉ तारा आर्य ने गोष्टी में संबोधन करते हुए कहा के एएनएम और आशा द्वारा परिवार नियोजन से संबंधित एक अस्थाई विधियां का मॉडल बनाया गया है जिसमें एनएम प्रभा पंत द्वारा जो मॉडल बनाया गया है उसकी सराहना करते हुए कहा इस तरीके के मॉडल दूर-दूर दूरस्थ क्षेत्रों और गांव के सीएससी स्वास्थ्य केंद्रों में बनाकर उसमें परिवार नियोजन संबंधी निरोध, माला एन, छाया, और इजी पील की गोलिया रखकर उसका प्रचार प्रसार किया जाना है और जिसको भी परिवार नियोजन संबंधी कोई भी विधि जो वो अपनाना चाहते हैं उसको निसंकोच ले सकते है। उन्होंने कहा अगर माताएं स्वस्थ होंगी तो तभी वह मां बनेंगी और जो बच्चा जन्म लेगा वह स्वस्थ जन्म लेगा जो भारत का भविष्य बनेगा। और उन्होंने कहा इन दोनों को बचाना ही हमारी प्राथमिकता है। भारत सरकार द्वारा इन दोनों को बचाने के लिए लगातार प्रचार-प्रसार के साथ-साथ सभी सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है। आशाओं को निर्देशित करते हुए कहा आशाओं को सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं को दुरुस्त क्षेत्रों में जाकर 11 महीने तक सुविधाएं देनी है। अ अस्थाई विधि जो एक ऐसी विधि है जिसको अपनाने से मातृ मृत्यु दर 98% कम की जा सकती है इसके अपनाने के साथ-साथ शिशु मृत्यु दर को भी मिटाया जा सकता है महिलाओं को जो भविष्य में दंपति बनते हैं उनकी आयु सरकार ने 18 वर्ष से 21 वर्ष तक निर्धारित की गई है इससे कम वर्ष के बच्चों का विवाह एक कानूनी जुर्म है। हमारे युवाओं को परिवार नियोजन की जानकारी नहीं है और कुछ युवतियां समय से पूर्व ही गर्भवती हो जा रही है। कम उम्र के बच्चों का शारीरिक विकास नहीं होता है और बच्चों में समांतर ना होने के कारण मातृ मृत्यु दर बढ़ जाती है जो कि 68% है जबकि समय पर विवाह होने से जटिलता 4% या ना के बराबर होती है उन्होंने कहा माताओं को अस्थाई विधि अपनाना है जो सस्ती कारगर वह गुणवंता से प्राप्त हो जाती है। उन्होंने कहा हम भी मार्केटिंग ऑफिसर है और हमें मार्केटिंग करनी है घर कर चल सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं को पहुंचाना है उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा अगर आप किसी दुकान में खाली साड़ी देखना चाहती हैं लेकिन दुकानदार इतना अच्छा होता है उसकी सेल्समैन इतनी अच्छी होती है आप एक की जगह 4 साड़ी खरीद कर आती हैं ऐसे ही हमें अपने फील्ड में काम करना है इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर भागीरथी जोशी ने भी परिवार नियोजन के बारे में जानकारी दी। वरिष्ठ फिजीशियन डॉक्टर एम एस दुग्ताल ने भी गोष्टी में अपने विचार रखे, इस गोष्ठी में बीडी पांडे नर्सिंग स्कूल की छात्राओं की द्वारा वाद विवाद प्रतियोगिता हुई। और विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया साथ ही उत्कर्ष मॉडल बनाने पर एनएम प्रभा पंत और बीडी पांडे की मेट्न शशि कला पांडे को राष्ट्रपति द्रोपति मुर्मू द्वारा सम्मानित किए जाने पर सम्मानित किया गया। उन्होंने कहा देश और विश्व पटल पर शशि कला पांडे ने नैनीताल और बीडी पांडे चिकित्सालय का गौरव बढ़ाया है गोष्टी में आशा कार्यकर्ती भी मौजूद थे। सफल गोष्टी के लिए निर्देशक डॉ तारा आर्य ने सभी का स्वागत कर आभार व्यक्त किया। इस मौके पर सीएमओ डॉ. भागरथी जोशी, पीएमएस एलएम एस रावत, डॉ.वीके पुनेरा, डॉ. एमएस दुग्ताल, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डीएस धर्मसत्तू,डॉ.आर के वर्मा, डॉ. संजीव खर्कवाल,मेटन शशिकला पांडे, एलपी ढाेढीयाल, हिमांशु जोशी कैलाश शर्मा वंदना कांडपाल, गौरव रौतेला, आरती बिष्ट, सहित अन्य कर्मचारी मौजूद थे कार्यक्रम का संचालन डीसी पांडे और हेमा जोशी द्वारा किया गया







