युवा और वैदिक विचारधारा” विषय पर गोष्ठी संपन्न अंग्रेज़ी व प्रान्तीय भाषाओं में वेद प्रचार किया जाये-अतुल सहगल

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नैनीताल l केन्द्रीय आर्य युवक परिषद की तत्वावधान में “युवा और वैदिक विचारधारा ” विषय पर ऑनलाइन गोष्ठी का आयोजन किया गया।यह कोरोना काल से 527 वाँ वेबिनार था।
वैदिक प्रवक्ता अतुल सहगल ने भूमिका के रूप में – युवा वर्ग की महत्ता की चर्चा की और यह कहा कि युवा वर्ग ही समाज और राष्ट्र को गतिशील बनाता है।उन्होंने सबसे पहले युवा वर्ग की परिभाषा प्रस्तुत की व भारत को युवा देश बताया क्योंकि इसमें 35.6 करोड़ युवा वर्ग के लोग बसते हैं।युवा वर्ग की भूमिका और दायित्व सबसे बड़े और महत्वपूर्ण हैं।युवा वर्ग के लक्षणों की विस्तार से चर्चा की और बताया कि किस प्रकार युवा वर्ग सनातन परंपरा से परे हटता जा रहा है।इस बात पर ज़ोर दिया कि युवा वर्ग कुछ अच्छे और कुछ बुरे लक्षण दर्शा रहा है।युवा वर्ग उन्मुक्त होता दिखाई पड़ता है।युवा वर्ग में तर्क और युक्ति पर आधारित व्यवहार बढ़ा है और यह प्रसन्नता की बात है।पर युवा वर्ग वरिष्ठ लोगों का सम्मान वैसे नहीं करता जैसे पहले करता था, उनको तार्किक बुद्धि से परखने का प्रयास करता है।युवा वर्ग पारम्परिक धर्म-पंथ से उदासीन होता जा रहा है और बड़ी दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि इसका कुछ अंश नास्तिक हो रहा है।इसपर वामपंथ हावी है।इसके बाद वक्ता ने वैदिक विचारधारा के लक्षणों और मूल्यों की बात कही। वैदिक धर्म सर्वकालिक और शाश्वत है।यह नित्य है इसलिए परिवर्तनशील नहीं है।इस विचारधारा के लगभग सभी बिंदु वक्ता ने सामने रखे और विषय के सन्दर्भ में उनकी संक्षिप्त व्याख्या की।अंत में वक्ता ने इस बात की विस्तार से चर्चा की कि किस प्रकार युवा वर्ग को वैदिक विचारधारा से जोड़ा जाए।इसके लिए वक्ता ने चार महत्वपूर्ण बिंदु प्रस्तुत किये और इस बात को प्रकट किया कि किस प्रकार से यह बिंदु व्यवहारिक और कारगर हैं।यह कार्य आर्य समाज का है और हमें इसको करने के लिए अपनी कमर कसनी होगी।संस्कारीकरण को सबसे महत्वपूर्ण कदम बताते हुए, शिक्षा पद्धति और प्रणाली के परिवर्तन पर ज़ोर दिया।अंग्रेजी और प्रांतीय भाषाओं में वैदिक प्रचार की बात पुनः रखी।
मुख्य अतिथि डॉ. गजराज सिंह आर्य व अध्यक्ष श्रीकृष्ण दहिया ने भी युवाओं मे संस्कार विकसित करने पर ज़ोर दिया।केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के अध्यक्ष अनिल आर्य ने संस्कार निर्माण के लिए शिविरों के आयोजन करने का आह्वान किया।राष्ट्रीय मंत्री प्रवीण आर्य ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
गायिका प्रवीना ठक्कर,
रविन्द्र गुप्ता, कौशल्या अरोड़ा, जनक अरोड़ा, रजनी चुग, रजनी गर्ग ईश्वर देवी, कमलेश चांदना, सुनीता अरोड़ा, विजय खुल्लर आदि के मधुर भजन हुए।
भवदीय,







