22 से 31 जुलाई तक आयोजित मोस्ट एंटर प्राइसिंग नेवल यूनिट (मेनु) शिविर का समापन प्रोफ़ेसर डी एस रावत कुलपति, कुमाऊं विश्वविध्यालय, नैनीताल द्वारा किया गया। इस मेनु प्रशिक्षण शिविर में 25 बालिका कैडेट्स सहित कुल 60 कैडेट्स प्रतिभाग कर रहे हैं।

नैनीताल l 22 से 31 जुलाई तक आयोजित मोस्ट एंटर प्राइसिंग नेवल यूनिट (मेनु) शिविर का समापन प्रोफ़ेसर डी एस रावत कुलपति, कुमाऊं विश्वविध्यालय, नैनीताल द्वारा किया गया। इस मेनु प्रशिक्षण शिविर में 25 बालिका कैडेट्स सहित कुल 60 कैडेट्स प्रतिभाग कर रहे हैं।
मुख्य अतिथि प्रोफ़ेसर डी एस रावत ने इस अवसर पर बोलते हुए कहा कि एनएसीसी के माध्यम से विद्यार्थियों में देशप्रेम और अनुशासन की भावना उत्पन्न होती है और उन्हें देश का बेहतर नागरिक बनने की दिशा में प्रोत्साहित करती है। उन्होंने कहा कि वे ख़ुद का प्रयास है की कुमाऊँ विश्वविद्यालय में छात्र पढ़ाई के साथ साथ अन्य पाठ्येतर गतिविधियों जैसे एनसीसी, खेल-कूद और कौशल विकास जैसे कार्यक्रमों में प्रतिभाग कर सके। उन्होंने इस शिविर के समापन पर कैडेट्स को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हर शिविर कैडेट्स के लिए महत्वपूर्ण होता है जिसमे प्रत्येक चुनौती को एक अवसर और प्रत्येक बाधा को सफलता की सीढ़ी समझने का अवसर प्राप्त होता है। उन्होंने कहा कि इस शिविर ने कैडेट्स को नौकायन व पाल नौकायन से संबंधित कौशल हासिल करने, व्यक्तिगत विकास, टीम वर्क और नेतृत्व कौशल को बढ़ावा देने के लिए मंच प्रदान किया । उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा एसएसबी हेतु प्रशिक्षण कार्यक्रम विश्वविद्यालय द्वारा प्रारंभ किया जा चुका है जिसमें पहले चरण में विद्यार्थियों को ऑनलाइन माध्यम से विश्वविद्यालय के विज़िटिंग प्रोफेसर भारतीय रक्षा सेनाओं के सेवानिवृत्त आधिकारियों द्वारा प्रशिक्षण दिया गया और जल्द ही विश्वविद्यालय ऑफलाइन माध्यम से भी विद्यार्थियों के लिए एसएसबी प्रशिक्षण को प्रारंभ करने जा रहा है उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा कौशल विकास के कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं जिसमें कैडेट्स को भी अपनी सहभागिता देनी चाहिए। इस अवसर पर कमांडिंग आफिसर कैप्टन चंद्रविजय नेगी ने अपने संबोधन में कहा कि जीवन में शिक्षकों की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका होती है और भारतीय परंपरा में शिक्षकों की ईश्वर से ऊपर स्थान दिया गया है। प्रोफ़ेसर रावत जैसे प्रतिष्ठित शिक्षाविद के निर्देशन में कुमाऊं विश्वविद्यालय छात्रों को बेहतर नागरिक बनने में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करेगा। उन्होंने कहा कि इस दस दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में एनसीसी कैडेट्स दस दिनों की अवधि में कैडेट्स 290 किलोमीटर की दूरी नौकायन व पाल नौकायन के माध्यम से पूरी की। उन्होंने बताया कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में एनसीसी की 3 व्हेलर्स नौकाओं तथा 2 एंटरप्राइस नौकाओं के माध्यम से इस लक्ष्य को पूर्ण किया गया। उन्होंने कहा कि मेन्यू कैंप के दौरान ही सीमेनशिप, सामाजिक जागरूकता अभियान, ट्रैकिंग, बाधा प्रशिक्षण, रॉक क्लाइंबिंग तथा माउंटेनियरिंग जैसी साहसिक कार्यक्रमों को भी इस मेन्यू कैंप में शामिल किया गया । उन्होंने बताया कि इस कैम्प के समापन में 22 श्रेणियों में कैडेट्स को को पुरस्कृत किया गया। मेनू कैंप के सर्वश्रेष्ठ एसडी कैडेट – सचिन सामंत तथा मेनू कैंप के सर्वश्रेष्ठ एसडब्ल्यू कैडेट – निष्ठा जोशी को चुना गया व पुरस्कृत किया गया।
इस मेन्यू प्रशिक्षण शिविर के समापन के अवसर पर बोलते हुए कुमाऊं विश्वविध्यालय नैनीताल के एनसीसी अधिकारी सब ले. डॉ रीतेश साह ने कहा कि प्रशिक्षण शिविरों का मूल उद्देश्य कैडेट्स को एक व्यवस्थित जीवन शैली से परिचित कराना है और कैडेट्स मैं सौहार्द, टीमवर्क, नेतृत्व क्षमता, आत्मविश्वास, आत्मनिर्भरता और श्रम की गरिमा को विकसित करने में मदद करना है। कैडेट्स को शिविर में संस्थागत प्रशिक्षण से प्राप्त ज्ञान को व्यवहारिक रूप में उतारना और उस पर कार्य करने का अवसर प्रदान करना होता है । उन्होंने कहा कि इस शिविर ने हमारे कैडेट्स को चुनौतियों को स्वीकार करने और एक आशाजनक भविष्य की नींव बनाने की लिए एक मंच के रूप में कार्य किया। इस अवसर पर उन्होंने इस कैम्प से जुड़े सभी व्यक्तियों के प्रति आभार ज्ञापित किया जिन्होंने इस संख्या को संपन्न बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।
इस अवसर एक्सओ ले० कमाण्डर अनिल मनहास, भारतीय नौसेना के चीफ इंस्ट्रक्टर अंकुर यादव, कौशिश मौर्य, मुकेश आर्य, राजेश गुर्जर, कर्मबीर, रवींद्र गिरी, मंजीत उपास्थित थे। इसके अतिरिक्त तोप बहादुर, गोपाल सिंह बिष्ट, सोविन, दीपक, शेरसिंह, विजय नयाल, संजय, रोहित, कमलेश जोशी, कमलेश, रतन राणा, उमेश, हिमांशु द्वारा सहयोग दिया जा रहा है। इस अवसर पर सीनियर कैडेट कैप्टेन शुभम् सिंह, कैडेट कैप्टेन प्रियांशी, कैडेट कैप्टेन तन्य, कैडेट कैप्टेन आशीष, लवली, अर्चना, साक्षी सहित अन्य कैडेट्स उपस्थित रहे।

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