नैनीताल चिड़ियाघर घूमने जाना पड़ रहा है पैदल-पर्यटक नगरी में जू जाने के लिए सड़क लेकिन गाड़ी नहीं

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नैनीताल।शहर में एक मात्र चिड़ियाघर जो मॉल रोड से लगभग एक किलोमीटर दूर है।यहाँ निजी वाहन ले जाने में प्रशासन की ओर से प्रतिबंध लगाया है।
इसलिए पालिका की ओर से टेंडर जारी कर जू जाने के लिए शटल सेवा चलाई जाती है।जिसका आने व जाने का 70 रुपये शुल्क लिया जाता था।
लेकिन 31 मई को शटल का टेंडर समाप्त होने गया है।जिसके बाद पालिका की ओर से दो इलेक्ट्रिक वाहनों का ट्रायल किया गया।जो पालिका और आरटीओ के अनुसार सफल रहा। लेकिन टेंडर समाप्त हुए दस दिन बीत जाने के बाद भी पालिका की ओर से जू जाने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की जा रही है। जिसके कारण कुछ पर्यटक पैदल जाने को मजबूर हैं।तो वहीं कुछ पर्यटक दोगुना किराया देकर जू जा रहे हैं। शटल सेवा बन्द टैक्सी बाइक चालक वसूल रहे दोगुना किराया
नैनीताल जू शटल सेवा बन्द होने के बाद टैक्सी बाईक चालक पर्यटकों को जू छोड़ने के लिए से दोगुना किराया ले रहे हैं।टेंडर के दौरान आने और जाने का 70 रुपये किराया लिया जाता था।लेकिन अब टैक्सी बाईक चालक आने और जाने का 140 रुपये किराया ले रहे हैं। शटल सेवा की जानकारी के अभाव में पर्यटक परेशान
नैनीताल जू जाने के लिए शटल सेवा बन्द हुए 10 दिन बीत चुके हैं लेकिन पर्यटकों की जानकारी देने के लिए कोई बोर्ड तक नहीं लगाया गया है।जिस कारण पर्यटक घंटो शटल का इंतज़ार कर रहे हैं। पर्यटकों ने कहा
अमृतसर निवासी कवलजीत सिंह ने कहा कि वह शटल सेवा का इंतज़ार कर रहे थे।लेकिन बहुत देर बाद उन्हें इस बात की जानकारी मिल पाई की शटल सेवा बन्द हो चुकी है। जालंधर निवासी मनु ने कहा कि जू जाने के लिए शटल सेवा उपलब्ध नहीं है और टैक्सी बाईक चालक आने जाने के 140 रुपये ले रहे हैं। पंजाब निवासी मोहित ने कहा कि जू जाने के लिए लिए यहाँ कोई व्यवस्था करवानी चाहिए।जिसके पर्यटकों को परेशानी ना हो। पंजाब निवासी तरुण ने कहा कि ना ही अपनी गाड़ी ले जा सकते हैं ना ही अन्य कोई व्यवस्था है। पालिका अधिशासी अधिकारी अतुल भंडारी ने बताया कि गोल्फकार्ट इलेक्ट्रिक वाहन टेंडर की योजना बनायी जा रही है।लगभग 10-15 दिन के भीतर टेंडर प्रक्रिया पूरी हो जाएगी जिसके बाद जू जाने के लिए शटल सेवा चलायी जाएगी।

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