राष्ट्रीय आर्य कवि सम्मेलन हर्षोल्लास से संपन्न, होली जीवन में ऊर्जा का संचार करती है -प्रो. सारस्वत मोहन मनीषी, आपसी भाई चारे प्रेम का प्रतीक है होली पर्व-राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य

नैनीताल l केन्द्रीय आर्य युवक परिषद व आर्य समाज के संयुक्त तत्वावधान में आर्य समाज श्रीनिवासपुरी, नई दिल्ली में राष्ट्रीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया।राष्ट्रीय कवि प्रो.सारस्वत मोहन मनीषी ने ओजस्वी वाणी से गीतों द्वारा वातावरण को वीर रस का बना दिया।उनके गीत की पंक्तियाँ “जिस दिन दिल्ली ठीक हो गई देश ठीक हो जाएगा” ने धूम मचा दी।केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य ने कहा कि होली केवल रंगों का त्यौहार नहीं अपितु प्रेम,सद्भाव और भाई चारे का प्रतीक है।इस दिन पुराने गिले शिकवे भूल कर नए सिरे से खुशियाँ में सरोबार होने का दिन है।अलग अलग रंग जीवन को ऊर्जा वान बना देते हैं। कार्यक्रम के अध्यक्ष आर्य रविदेव गुप्ता ने अपनी रचना होली है तो अपरिचित से परिचय कर लो,होली है तो सुपरिचित से मैत्री कर लो, होली है तो बिसरा कर सारे बैर भाव, दुश्मन को भी बाहों में भर लो, सुन कर कहा कि हमें जाति पाती से ऊपर उठकर देश के लिए सोचना चाहिए।बहादुरगढ़ से आए कवि दिनेश विद्यार्थी ने हास्य व्यंग्य की कविताओं से आनन्दित कर दिया।कवि गुरचरण मेहता,प्रवीण आर्य पिंकी,प्रवीण आर्य गाजियाबाद, विजय चौधरी, राजेश मेहन्दीरता ने अपने गीतों से जोश पैदा कर दिया। राष्ट्रीय मंत्री आचार्य महेंद्र भाई ने कहा कि होली उत्सव यज्ञ का प्रतीक है।स्वयं से पहले जड़ और चेतन देवों को आहुति देने का पर्व हैं।इसके वास्तविक स्वरुप को समझ कर इस सांस्कृतिक त्यौहार को मनाना चाहिए।होलिका दहन रूपी यज्ञ में यज्ञ परम्परा का पालन करते हुए शुद्ध सामग्री,तिल,मुंग,जड़ी बूटी आदि का प्रयोग कर वातावरण को सुगन्धित करना चाहिए। पार्षद राजपाल सिंह ने भी अपनी शुभकामनायें प्रदान की।प्रधान ओमप्रकाश वर्मा,मंत्री सुशील आर्य ने सभी का आभार व्यक्त कियाI प्रमुख रूप से आर्य नेता जितेंद्र डावर, महेन्द्र जेटली, नरेंद्र नारंग, सुरेंद्र गुप्ता, प्रकाशवीर शास्त्री, रविन्द्र आर्य, अतुल सहगल, रामकुमार आर्य, स्वदेश शर्मा, देवेन्द्र सैनी, नरेश आर्य आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।



