श्री नंदा देवी महोत्सव में पंच आरती की महत्ता सर्वव्याप्त है

नैनीताल l श्री नंदा देवी महोत्सव में श्री नंदा देवी महोत्सव में पंच आरती की महत्ता सर्वव्याप्त है । पंच आरती ठीक सायं 630 पर की जाती है । पंच आरती पांच तत्वों से की जाती है जिसमें पृथ्वी , जल ,अग्नि ,वायु ,आकाश के साथ श्रद्धा ,शुद्धता ,भौतिकता , सकताकता , सांस ,आंतरिक के साथ कृतज्ञता एवं समर्पण को जलती लौ के साथ की जाती है । उत्तराखंड का संगीत इस आरती के मुख्य भाग होते है । पंच आरती के साथ कलश ,जल ,नारियल,सोना , ताबे की मुद्रा , सप्तनदी का जल,पन सुपारी तथा तुलसी को साथ रखा जाता है । पंच आरती में प्रतिभाग करने से मन प्रफुल्ल,आनंद की प्राप्ति तथा आत्मा का परमात्मा से मिलने की प्रक्रिया है जहां अंश मात्र के रूप में अपना अर्पण आरती के माध्यम से किया जाता है । सर्वव्याप्त है । पंच आरती ठीक सायं 6 30 पर की जाती है । पंच आरती पांच तत्वों से की जाती है जिसमें पृथ्वी , जल ,अग्नि ,वायु ,आकाश के साथ श्रद्धा ,शुद्धता ,भौतिकता , सकताकता , सांस ,आंतरिक के साथ कृतज्ञता एवं समर्पण को जलती लौ के साथ की जाती है । उत्तराखंड का संगीत इस आरती के मुख्य भाग होते है । पंच आरती के साथ कलश ,जल ,नारियल,सोना , ताबे की मुद्रा , सप्तनदी का जल,पन सुपारी तथा तुलसी को साथ रखा जाता है । पंच आरती में प्रतिभाग करने से मन प्रफुल्ल,आनंद की प्राप्ति तथा आत्मा का परमात्मा से मिलने की प्रक्रिया है जहां अंश मात्र के रूप में अपना अर्पण आरती के माध्यम से किया जाता है ।