देश का पहला संविधान साक्षर बना छावनी परिषद नैनीताल

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नैनीताल: नैनीताल छावनी परिषद को देश का पहला संविधान साक्षर छावनी घोषित किया गया है। देश के प्रतिष्ठित संस्थानों के छात्रों के आनलाइन सर्वे के साथ ही करीब डेढ़ हजार परिवारों में बांटे गए पत्रकों में पूछे गए सवालों के जवाब के आधार पर यह परिणाम घोषित किया गया है। देश की छावनी परिषदों में भी संविधान साक्षरता कार्यक्रम चलाया गया। छावनी परिषद नैनीताल के सीईओ वरुण कुमार के अनुसार 24 अगस्त से दस सितंबर तक इसके लिए आफ लाइन सर्वे किया गय, फिर 24 अगस्त से दस सितंबर तक जेएनयू, दिल्ली विवि, बनारस हिन्दू विवि, आइआइटी दिल्ली के छात्रों के दल ने छावनी क्षेत्र के करीब डेढ़ हजार परिवारों में पत्रक बांटे। इन पत्रक में संविधान पर आधारित दस सवाल पूछे गए थे। शुक्रवार को छावनी क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में छावनी बोर्ड चेयरमैन बिग्रेडियर गौरव बग्गा ने परिणाम की घोषणा की। इस अवसर पर मुख्य अतिथि डा आरएस टोलिया उत्तराखंड प्रशासन अकादमी के महानिदेशक बीपी पाण्डे, विशिष्ट अतिथि पर्यावरणविद प्रो अजय रावत व हाई कोर्ट के अधिवक्ता संजय भट्ट, उजाला के सहायक निदेशक भूपेंद्र साहा, लेफ्टिनेंट कर्नल शिवा, कैंट बोर्ड सदस्य बहादुर सिंह रौतेला ने प्राथमिक विद्यालय छावनी परिषद में आयोजित कार्यक्रम का दीप प्रज्जवलित कर शुभारंभ किया। विद्यालय के बच्चों ने कुमाऊंनी गीत चाहा को होटल..कुमाऊंनी गीत की नृत्यमय प्रस्तुति दी जबकि सैनिक स्कूल घोड़ाखाल के छात्रों ने संविधान की प्रस्तावना पर नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया।

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