इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय का 38 वां दीक्षांत समारोह संपन्न।
दीक्षांत समारोह की मुख्य बातें-
- पढ़ने की कोई उम्र नहीं। 11 वरिष्ठ नागरिकों ने प्राप्त की उपाधि।
- 03 वरिष्ठ नागरिकों श्री जागेश चन्द्र, डॉ. अजय शर्मा, श्री अवनीश सक्सैना जी ने प्रथम श्रेणी में प्राप्त की एम.ए ज्योतिष की उपाधि ।
- शारीरिक चुनौतियों को दरकिनार करते हुए श्री अमित सिंह नेगी ने प्रथम श्रेणी में प्राप्त की मास्टर्स ऑफ सोशल वर्क की उपाधि।
- देहरादून स्थित क्षेत्रीय केन्द्र पर आयोजित समारोह में 155 शिक्षार्थियों ने प्राप्त की उपाधि।
- 76 वर्षीय श्री जागेश चन्द्र ने प्रथम श्रेणी में ज्योतिष में प्राप्त की स्नातकोत्तर डिग्री । श्री जागेश चन्द्र सिंचाई विभाग के पूर्व अधिकारी रहे हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा उम्र के बंधनो से मुक्त है जिसके लिए इग्नू एक बेहतर विकल्प है। ज्योतिष में विशेष रूचि रखने के कारण उन्होंने यह स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त की है।
- 63 वर्षीय डॉ. अजय शर्मा ने 78% अंको के साथ ज्योतिष मे स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त की। डॉ. अजय शर्मा NHPC LTD. (नवरत्न कम्पनी, भारत सरकार) से वरिष्ठ उपमुख्य चिकित्सा अधिकारी के पद से सेवानिवृत्त हैं। उन्होंने बताया कि इग्नू के माध्यम से यह उनकी दूसरी डिग्री है। उन्होंने बताया कि इग्नू की अध्ययन सामग्री से मुझे ज्योतिष का विस्तृत ज्ञान प्राप्त हुआ जिसे मैं समाज के लिए उपयोग में लाउंगा।
- इग्नू के 38 वें दीक्षांत समारोह में कुल उपाधिधारकों की संख्या 313770 है जिनमे 3478 उपाधिधारक क्षेत्रीय केंद्र , देहरादून के हैं। सभी शिक्षार्थियों की डिग्री डीजी लॉकर में भी उपलब्ध होंगी।
a. 55.5 % शिक्षार्थी प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण।
b. डिस्टिंक्शन के साथ उत्तीर्ण होने वाले 103 शिक्षार्थी।
c. उपाधि प्राप्त करने में महिलाओं की संख्या – 1688 (लगभग 49%)
इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय ने मुख्यालय सहित देशभर के 39 क्षेत्रीय केंद्रों पर अपना 38वां दीक्षांत समारोह मनाया । मुख्यालय के दीक्षांत समारोह के मुख्य अथिति श्री धमेन्द्र प्रधान जी, माननीय शिक्षा मंत्री, भारत सरकार जी थे। उन्होंने सभी उपाधिधारकों को अपना आशीर्वाद प्रेषित किया एवं भविष्य में निरंतर अग्रसर रहने की प्रेरणा दी। इस अवसर पर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर उमा कांजीलाल ने वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया ।
उसी कड़ी में इग्नू क्षेत्रीय केंद्र देहरादून पर भी दीक्षांत समारोह मनाया गया जिसकी मुख्य अतिथि दून विश्वविद्यालय की माननीय कुलपति, प्रोफेसर सुरेखा डंगवाल जी थीं।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि, प्रोफेसर सुरेखा डंगवाल जी के द्वारा दिए गए दीक्षांत भाषण की प्रमुख बातें –
- उन्होंने सभी उपाधिधारकों को बधाई दी एवं शिक्षा के क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी में उल्लेखनीय वृद्धि पर प्रसन्नता व्यक्त की।
- अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इग्नू की बढ़ती लोकप्रियता इसकी गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा का द्योतक है।
- उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार कार्यकमों में अपेक्षित बदलाव पर इग्नू की अग्रणी भूमिका की प्रशंसा की।
- उन्होंने बताया कि भारत के प्रधानमंत्री जी के दूरदर्शी दृष्टिकोण के अनुसार भविष्य में हमारी संपूर्ण शिक्षा प्रणाली राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप संचालित होगी जो कि देश को विकसित राष्ट्र बनाने के मील का पत्थर साबित होगी।
- उन्होंने शिक्षार्थियों को प्रोत्साहित किया कि उन्हें उपाधि अर्जित करने के साथ-साथ अपनी योग्यता के विकास में ध्यान देना चाहिये क्योंकि AI के इस दौर में प्रासंगिक बने रहने के लिए अपने विषय में विशेषज्ञता नितांत जरूरी है।
इस अवसर पर इग्नू क्षेत्रीय केन्द्र , देहरादून के वरिष्ठ क्षेत्रीय निदेशक डॉ. अनिल कुमार डिमरी ने क्षेत्रीय केन्द्र, देहरादून की मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथिगणों के दीक्षांत समारोह में पधारने पर उनका हृदय से आभार व्यक्त किया एवं क्षेत्रीय केन्द्र की वार्षिक प्रगति रिपोर्ट पढ़ी।
वरीष्ठ क्षेत्रीय निदेशक डॉ. अनिल कुमार डिमरी द्वारा प्रस्तुत वार्षिक प्रतिवेदन के मुख्य बिंदु-
- उन्होंने बताया कि इस दीक्षांत समारोह में इग्नू क्षेत्रीय केन्द्र देहरादून के 3478 शिक्षार्थियों को उपाधि प्रदान की जा रही है जिनमें 1847 स्नासतक डिग्री कार्यक्रम (53.1%), 1253 स्नाथतकोत्तपर डिग्री कार्यक्रम (36%), 165 स्नासतकोत्त र डिप्लो मा कार्यक्रम, 98 डिप्लोतमा कार्यक्रम, 04 एडवांस डिप्लोमा कार्यक्रम, 11 स्ना1तकोत्तर प्रमाणपत्र कार्यक्रम एवं 100 प्रमाणपत्र कार्यक्रम सम्मिपलित हैं। लगभग 8% विद्यार्थी विभिन्न रोजगारपरक कार्यक्रमों से जुड़े हुए हैं।
- उन्होंने बताया कि इस वर्ष पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 06 प्रतिशित अधिक विद्यार्थी डिग्री प्राप्त कर रहे हैं। यह इस बात को दर्शाता है कि इग्नू क्षेत्रीय केन्द्र, देहरादून द्वारा प्रदान की जा रही शैक्षणिक सेवाओं का इग्नू के विद्यार्थियों पर अनुकूल प्रभाव पड़ा है। डिग्री प्राप्तकत्ताओं में 51.5% पुरूष तथा 48.5% महिलायें हैं।
- उन्होंने बताया कि इग्नू निकट भविष्य में अपने अध्ययन केन्द्रों में वृद्धि के लिए प्रयासरत है ताकि सूदूरवर्ती क्षेत्रों के विद्यार्थी भी इग्नू के कार्यक्रमों का लाभ उठा सकें। इसी क्रम में हरिद्वार में रूड़की, चमोली में कर्णप्रयाग एवं थराली-तलवाड़ी, उत्तरकाशी में बड़कोट, उधमसिंह नगर में खटीमा, नैनीताल में रामनगर एवं अल्मोड़ा में रानीखेत में भी नये अध्ययन केन्द्र खोलने के लिए प्रयासरत है।
- इग्नू समाज के सभी वर्गों को शिक्षा मुहैयया कराता है मुझे इस बात की खुशी है कि इस दीक्षांत समारोह में डिग्री प्राप्त करने वाले शिक्षार्थियों में 11% अन्य पिछड़े वर्ग से तथा 18% अनुसूचित जाति एवं जनजाति तथा लगभग 2% आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के शिक्षार्थी उपाधि प्राप्त कर रहे हैं। उपाधिधारकों में 41.5% ग्रामीण इलाकों से हैं तथा लगभग 07% विद्यार्थी सुदूरवर्ती जनजातीय क्षेत्रों से भाग ले रहे हैं।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. राजीव कुमार, सहायक क्षेत्रीय निदेशक, इग्नू क्षेत्रीय केन्द्र, देहरादून ने किया एवं श्री संदीप कुमार, सहायक कुलसचिव, इग्नूह क्षेत्रीय केन्द्र, देहरादून ने कार्यक्रम के अंत में धन्यनवाद ज्ञापन किया । इस कार्यक्रम में इग्नूक अध्यलयन केन्द्रों के समन्वदयक, सहायक समन्वरयक एवं विभिन्ना शैक्षणिक संस्थासनों से आमंत्रित शिक्षाविद् एवं प्रिंट एवं इलैक्ट्रॉ निक मीडिया से आये हुए प्रतिनिधि उपस्थिित रहे।
इस समारोह में इग्नू। के अधिकारी एवं कर्मचारीगण डॉ. रंजन कुमार (अपर निदेशक), डॉ. जगदम्बां प्रसाद (सहायक क्षेत्रीय निदेशक), श्री राकेश चन्द्रक नौनी (अनुभाग अधिकारी), आशुतोष रावत, राखी अग्रवाल, निशांत शर्मा, रविन्द्र सिंह, अनिता ममगाई, दीप प्रसाद, संतोष वर्मा, सुरेश सिंह, रितु सैनी, निधि राणा, प्रदीप पाल, चैन सिहं
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