क्लोरीन गैस मामले में संयुक्त अधिकारी करेंगी जांच
नैनीताल। नैनीताल के सूखाताल जल संस्थान पंप हाउस में रखे सिलिंडर से क्लोरीन गैस लीक होने के मामले ने पूरे शहर को हिलाकर रख दिया है। लोगों की नाराजगी के बाद प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है। मामले की जांच संयुक्त मजिस्ट्रेट वरूणा अग्रवाल की ओर से की जा रही है। वहीं शहर में अन्य पंप हाउसों का निरीक्षण कर भी वहां की स्थिति की जांच की जाएगी। बता दें कि बृहस्पतिवार को सूखाताल क्षेत्र में जल संस्थान के पंप हाउस में रखे सिलिंडर से क्लोरीन गैस लीक होने हुई थी। क्षेत्र में क्लोरीन गैस की दुर्गंध के बाद लोगों ने जल संस्थान को सूचित किया लेकिन तब तक क्षेत्र में गैस की दुर्गंध फैल चुकी थी। इस दौरान क्षेत्र में हड़कंप मच गया। जिसके बाद प्रशासन, पुलिस, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, दमकल व स्वास्थ्य विभाग की टीम भी मौके पर पहुंच गई। इस दौरान क्षेत्र में गैस के संर्पक में आए लोगों की तबीयत बिगड़ी तो सात लोगों को एंबूलेंस से बीडी पांडे अस्पताल पहुंचाया गया। वहीं प्रशासन की ओर से पंप हाउस के समीपवर्ती 20 से 30 घरों से लगभग सौ लाेगों को भी घरों से हटाया गया। जिसके बाद किसी तरह टीम ने गैस सिलेंडर को सूखाताल झील के पानी में डालकर निस्तारित किया। लेकिन हादसे के बाद लोगों में जल संस्थान के अधिकारियों के प्रति रोष है। लोगों का कहना है अगर पूरे दिन बारिश न होती तो गैस के संपर्क में आने से बड़ा हादसा हो सकता था। लोगों की मांग के बाद प्रशासन की ओर से मामले में जांच शुरू कर दी गई है। मामले की जांच अधिकारी संयुक्त मजिस्ट्रेट वरूणा अग्रवाल ने बताया कि मामले में जल संस्थान के कर्मचारियों व स्थानीय लोगाें से पूछताछ शुरू कर दी गई है। शहर में जल संस्थान के जितने भी पंप हैं उनका निरीक्षण भी किया जाएगा।