छात्रों को दी बौद्धिक संपदा अधिकार की जानकारी

नैनीताल l कुविवि के जैव प्रौद्योगिकी विभाग की ओर से छात्रों को दी बौद्धिक संपदा अधिकार पर ऑनलाइन कार्यशाला का आयोजन किया गया l जिसमें छात्रों को बौद्धिक संपदा अधिकार आविष्कारों, रचनाओं और ब्रांडों को कानूनी सुरक्षा की जानकारी दी गई l
सोमवार को कुविवि के इन्टीलेक्चल प्रोपर्टी राईट (आई०पी०आर०) सैल की ओर से एक ऑनलाईन संगोष्ठी का आयोजन कराया गया। कार्यक्रम की समन्वयक प्रो. वीना पाण्डे जैव प्रौद्योगिकी विभाग भीमताल की ओर से बताया गया कि संगोष्ठी के वक्ता प्रो० एच०एस० चावला, रिटायर्ड प्रो. जीबी पंत विश्वविद्यालय, पंतनगर ने राज्य के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों से लगभग 100 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया l जिसमें बताया गया कि बौद्धिक संपदा अधिकार आविष्कारों, रचनाओं और ब्रांडों को कानूनी सुरक्षा देते हैं, जबकि प्लांट वैरायटी प्रोटेक्शन (पादप किस्म संरक्षण) विशेष रूप से नई पौधों की किस्मों के प्रजनकों को उनके काम के लिए अधिकार देता है, ताकि उन्हें नए पौधे विकसित करने के लिए प्रोत्साहन मिले, जैसा कि भारत में पीपीवीएफ आर अधिनियम 2001 करता है, जो प्रजनकों और किसानों दोनों के अधिकारों की रक्षा करता है l संगोष्ठी के सफल आयोजन के लिए कुमाऊँ विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो. दिवान सिंह रावत, सभी विभागाध्यक्षों, शिक्षकों एवं कर्मचारियों ने हर्ष व्यक्त किया। विषय पर विस्तारपूर्वक व्याख्यान प्रस्तुत करते हुए बौद्धिक सम्प्रदा संरक्षण हेतु प्रतिभागियों का ज्ञयानवर्धन कराते हुए कृषि संबन्धित और विभिन्न प्लांटस वरायटी के संस्करण के सभी पहलुओं पर जानकारी प्रदान की।

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