वन विभाग ने शुरू की कंट्रोल बर्निंग-गर्मी की शुरुआत से सतर्कता बरती जा रही-महिलओ को मिल रहा रोजगार
नैनीताल। गर्मी के मौसम में जंगलों में आग की घटनाओं को नियंत्रित करने के लिए वन विभाग ने (कंट्रोल बर्निंग) की प्रक्रिया शुरू कर दी है। यह कदम नैनीताल रोड, मंगोली रोड और भीमताल रोड जैसे प्रमुख मार्गों पर लागू की गई है, जहां सड़क के किनारे सूखे पत्तों और झाड़ियों को जलाकर आग को बुझाया जा रहा है। इस कदम से वन विभाग जंगलों में आग लगने के खतरे को कम करने की कोशिश कर रहा है।
वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि सूखे पत्तों और झाड़ियों को जलाने से जंगलों के अंदर आग फैलने की संभावना कम हो जाती है, साथ ही यह प्रक्रिया संभावित अग्नि दुर्घटनाओं को भी रोकने में सहायक है। विभाग के अनुसार, यह नियंत्रण जलने का कार्य गर्मी के मौसम में आग लगने के जोखिम को कम करने के लिए एक जरूरी कदम है। कंट्रोल बर्निंग का कार्य जारी रहेगा 15 जून तक वन क्षेत्राधिकारी मुकुल शर्मा ने जानकारी दी कि यह प्रक्रिया 15 जून तक लगातार जारी रहेगी।बताया कि विभाग ने इस कार्य के लिए सभी आवश्यक उपकरण और मैन पावर की व्यवस्था सुनिश्चित की है। “सड़कों के किनारे सूखे पत्तों और झाड़ियों को जलाने से आग के फैलने का खतरा कम होता है, और इससे आसपास के क्षेत्रों में आग की घटनाएं नियंत्रित की जा सकती हैं। महिलाओं को भी रोजगार के अवसर
कंट्रोल बर्निंग अभियान से स्थानीय महिलाओं को भी रोजगार मिल रहा है। विभाग ने इस कार्य के लिए महिलाओं को रोजगार देने की पहल की है, ताकि वे इस दौरान आय अर्जित कर सकें। महिलाओं को इस कार्य में शामिल करने से न केवल आर्थिक लाभ हो रहा है, बल्कि यह सामाजिक दृष्टिकोण से भी सकारात्मक पहल है, जिससे स्थानीय समुदाय को भी इसका फायदा मिल रहा है।
वन विभाग की तैयारी और सावधानियाँ
वन विभाग ने यह सुनिश्चित किया है कि इस दौरान सभी सावधानियाँ बरती जाएं ताकि जंगल और पर्यावरण पर इसका कोई नकारात्मक प्रभाव न पड़े। विभाग के पास सभी आवश्यक सुरक्षा उपकरण मौजूद हैं, और विभागीय कर्मचारियों को इस कार्य के लिए विशेष प्रशिक्षण भी दिया गया है। साथ ही, यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि कोई भी आग अप्रत्याशित रूप से न फैले, और यह प्रक्रिया पूरी तरह से नियंत्रित रूप से की जाए।
गर्मी के दौरान बढ़ेगा जोखिम
गर्मी के मौसम में जंगलों में आग लगने के मामलों में वृद्धि होती है, खासकर उन इलाकों में जहां सूखी पत्तियाँ और झाड़ियाँ अधिक होती हैं। वन विभाग ने गर्मी की शुरुआत से पहले ही इस प्रक्रिया को शुरू कर दिया है, ताकि आग के फैलने के खतरे को कम किया जा सके।
वन विभाग की ओर से शुरू की गई कंट्रोल बर्निंग की यह पहल न केवल जंगलों में आग पर नियंत्रण पाने के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह स्थानीय समुदाय को रोजगार देने में भी सहायक सिद्ध हो रही है। विभाग का यह कदम न सिर्फ पर्यावरण की सुरक्षा के लिए, बल्कि स्थानीय निवासियों की आर्थिक स्थिति को भी सुदृढ़ करने के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।