खूपी के मकानो में दरारें पड़ी, अधिकारियों ने किया दौरा

नैनीताल। जिला l समीपवर्ती भूमियाधार ग्राम सभा के भूमियाधार तथा खूपी गांवों में हो रहे भूस्खलन की वजह से दोनों गांवों के कई मकानों में दरारे पड़ रही है जिससे दोनों गांवों के लोग दशहत में हैं। दूसरी ओर मामले को गंभीरता से लेते हुए उप जिलाधिकारी प्रमोद कुमार के नेतृत्व में सिंचाई विभाग के अफसरों ने दोनों गांवों का बारिकी से निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों से भी मामले को लेकर विस्तार से जानकारी हासिल की।
बता दें कि गांव के नीचे बह रहे नाले की वजह से लगातार भू कटाव हो रहा है। भूस्खलन से ग्रामीणों की करीब सौ नाली भूमि अब तक भूस्खलन में समा चुकी है। गांव में हो रहे भूस्खलन से अधिकांश घरों में बड़ी.बड़ी दरारें पडऩे लगी है। घरों में पड़ी दरार के चलते करीब आधा दर्जन से अधिक परिवार गांव छोडक़र दूसरे सुरक्षित स्थान पर में चले गए हैं। मामले में ग्रामीणों ने कई बार शासन,प्रशासन व जनप्रतिनिधियों को भी जानकारी दी लेकिन अभी तक कोई सार्थक हल नहीं निकल पाया है। यहां पर यह बताना भी जरुरी होगा कि खूपीगांव नैनीताल की तलहटी समेत बलियानाले से लगता हुआ है जिस गांव में लगातार भूस्खलन हो रहा है जिससे अब नैनीताल के अस्तित्व पर भी बड़ा खतरा मंडरा रहा है। खूपीगांव के ठीक ऊपर आर्मी कैंट एरिया और आलूखेत गांव है जिन पर सबसे ज्यादा भूस्खलन का खतरा मंडरा रहा है।
विधायक सरिता आर्या का कहना है कि भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र का पूर्व में मेरे द्वारा अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया गया है। कहा कि सिंचाई विभाग के द्वारा गांव में हो रहे भूस्खलन से निपटने के लिए डीपीआर बनवाई जा रही है जल्द ही गांव के सामने उत्पन्न खतरे पर काम शुरू हो जाएगा। इस बीच मंगलवार को उप जिलाधिकारी प्रमोद कुमार के नेतृत्व में सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने भूस्खलन से प्रभावित दोनों गांवों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने प्रभावित ग्रामीणों से भी मामले को लेकर कई जानकारियां हासिल की।

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