बलियानाला ट्रीटमेंट का बजट 50 फीसदी बढ़ा, शासन को भेजा गया प्रस्ताव
नैनीताल। बलियानाला क्षेत्र में भूस्खलन की गंभीर स्थिति को देखते हुए, सिंचाई विभाग ने बलियानाला ट्रीटमेंट परियोजना के लिए बजट में लगभग 50 प्रतिशत की बढ़ोतरी की मांग की है। पहले इस कार्य के लिए 177 करोड़ रुपये का प्रस्ताव था, लेकिन अब इसे बढ़ाकर 377 करोड़ रुपये कर दिया गया है। इस बढ़ी हुई राशि के लिए सिंचाई विभाग ने शासन स्तर पर प्रमुख सचिव को एक प्रस्ताव भेजा है।
भूस्खलन की स्थिति को देखते हुए बढ़ाई गई राशि
बलियानाला क्षेत्र में हाल के वर्षों में भूस्खलन की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है, जिससे इलाके की सुरक्षा और स्थिरता पर गंभीर खतरे मंडरा रहे हैं। पहले जो अनुमानित राशि 177 करोड़ रुपये थी, वह अब पर्याप्त नहीं लग रही थी। इसलिए विभाग ने शासन से इस परियोजना के लिए अतिरिक्त 181 करोड़ रुपये की मंजूरी मांगी है, जिससे कि ट्रीटमेंट कार्यों को और प्रभावी ढंग से पूरा किया जा सके।
सिंचाई विभाग की ओर से भेजे गए प्रस्ताव में यह स्पष्ट किया गया है कि भूस्खलन को लेकर बढ़ती चिंताओं के कारण अधिक संसाधनों की आवश्यकता है। विभाग ने प्रस्ताव में कहा कि बढ़ी हुई राशि से परियोजना के दायरे को बढ़ाया जाएगा और इलाके में स्थिरता लाने के लिए जरूरी सभी उपाय किए जाएंगे।
कहा गया कि बलियानाला क्षेत्र की भूस्खलन संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए, ट्रीटमेंट कार्यों में उच्च गुणवत्ता और नवीनतम तकनीकों का इस्तेमाल किया जाएगा। इन उपायों से इलाके में भूस्खलन की घटनाओं को नियंत्रित किया जा सकेगा, और स्थानीय निवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी।
यदि प्रस्तावित बढ़ी हुई राशि को मंजूरी मिल जाती है, तो ट्रीटमेंट कार्यों में तेजी आएगी। इससे न केवल इलाके की स्थिरता में सुधार होगा, बल्कि स्थानीय लोगों के लिए भी यह एक महत्वपूर्ण सुरक्षा कवच साबित होगा।
बलियानाला क्षेत्र में किए जा रहे ट्रीटमेंट कार्यों का उद्देश्य भूस्खलन को रोकने और जल प्रवाह को नियंत्रित करने के लिए स्थायी उपायों को लागू करना है।
अधिशासी अभियंता बिजेंदर कुमार ने बताया कि पूर्व में बलियानाले ट्रीटमेंट के लिए 177 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत था।लेकिन भू स्खलन प्रभावित क्षेत्र की स्थिति को देखते हुए प्रस्ताव को रिवाइज कर 377 करोड़ का प्रस्ताव शासन को भेज दिया गया है।बढ़ी हुई राशि से परियोजना में आवश्यक बदलाव किए जाएंगे, जिससे यह अधिक प्रभावी साबित हो सके।