बायोपॉलिमर और नैनोमटेरियल्स: एक सक्षम स्थायी भविष्य हेतु (Biopolymers and Nanomaterials: Enabling a Sustainable Future)” शीर्षक पर एक ऑनलाइन लेक्चर रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेल और विजिटिंग प्रोफेसर निदेशालय, कुमाऊं यूनिवर्सिटी द्वारा मिलकर आयोजित किया गया


नैनीताल l “बायोपॉलिमर और नैनोमटेरियल्स: एक सक्षम स्थायी भविष्य हेतु (Biopolymers and Nanomaterials: Enabling a Sustainable Future)” शीर्षक पर एक ऑनलाइन लेक्चर रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेल और विजिटिंग प्रोफेसर निदेशालय, कुमाऊं यूनिवर्सिटी द्वारा मिलकर आयोजित किया गया। यह आमंत्रित लेक्चर शाम को पिट्सबर्ग स्टेट यूनिवर्सिटी, USA के रिसर्च एंड सपोर्ट के एसोसिएट वाइस प्रेसिडेंट और प्रोफेसर, प्रो. राम गुप्ता ने दिया।
प्रो. गुप्ता ने एक स्थायी भविष्य बनाने में बायोपॉलिमर की बढ़ती ज़रूरत पर ज़ोर दिया और एनर्जी स्टोरेज डिवाइस, हाइड्रोजन उत्पादन, सुपरकैपेसिटर और संबंधित टेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्रों में उनके अलग-अलग उपयोगों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने इस क्षेत्र में चल रहे रिसर्च, पारंपरिक मटेरियल की तुलना में बायोपॉलिमर का उपयोग करने के फायदे और रिसर्च करने वालों के सामने आने वाली चुनौतियों पर चर्चा की। उन्होंने अपने और अपने रिसर्च ग्रुप द्वारा किए गए रिसर्च कार्य के आधार पर, रिसर्च स्कॉलर्स को इस उभरते हुए क्षेत्र का पता लगाने के लिए प्रेरित और गाइड किया।
यह लेक्चर एक घंटे तक चला, जिसे विजिटिंग प्रोफेसर निदेशालय के डायरेक्टर प्रो. ललित तिवारी ने संचालन किया। रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेल के डायरेक्टर प्रो. साहू ने आमंत्रित वक्ता का औपचारिक रूप से स्वागत किया और धन्यवाद प्रस्ताव दिया। डॉ राम गुप्ता ने अमेरिका में हायर स्ट्डीज ऑपर्च्युनिटी के बारे में भी जानकारी दी
इस कार्यक्रम में कुमाऊं यूनिवर्सिटी के लगभग 80 रिसर्च स्कॉलर्स ने ऑनलाइन हिस्सा लिया। प्रो. नीलू लोध याल ,, प्रो. वीना पांडे, डॉ. गिरीश चंद्र, डॉ. महेश चंद्र आर्य, डॉ. सुनील चन्याल ,डॉ नंदन मेहरा ,ज्योति कांडपाल ,वसुंधरा और डॉ. आशीष भटनागर ,लता , जगमीत , गरिमा ,लतिका , डॉ गोकुल सत्याल , प्रमुख प्रतिभागियों में से थे।