दिल्ली स्थित सुप्रसिद्ध सामाजिक संस्था सूर्या फाउंडेशन के ‘युवा विकास प्रकल्प’ के तत्वावधान में आयोजित भारत यात्रा शिविर का 91 सदस्यीय दल इन दिनों सरोवर नगरी के प्रवास पर रहा

नैनीताल l दिल्ली स्थित सुप्रसिद्ध सामाजिक संस्था सूर्या फाउंडेशन के ‘युवा विकास प्रकल्प’ के तत्वावधान में आयोजित भारत यात्रा शिविर का 91 सदस्यीय दल इन दिनों सरोवर नगरी नैनीताल के प्रवास पर रहा। देश के 13 राज्यों की विविध संस्कृतियों को अपने भीतर समेटे इन युवाओं (भैया-बहनों) ने नैनीताल पहुँचकर न केवल यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता को निहारा, बल्कि उत्तराखंड के आध्यात्मिक गौरव को भी महसूस किया।25 दिसंबर की शाम दिल्ली से शुरू हुआ यह सफर जब नैनीताल के यूथ हॉस्टल पहुँचा, तो युवाओं का उत्साह देखने लायक था। दो दिनों के इस पड़ाव में युवाओं ने टिफिन टॉप की दुर्गम पहाड़ियों पर ट्रैकिंग कर अपने साहस का परिचय दिया, तो वहीं नैनी झील की लहरों के बीच बोटिंग का आनंद लिया। मॉल रोड की चहल-पहल, स्थानीय बाजारों में खरीदारी और कुमाऊंनी जायके के साथ युवाओं ने इस यात्रा को यादगार बनाया। भ्रमण के अगले चरण में दल ने माँ नैना देवी के चरणों में शीश नवाया। इसके पश्चात हनुमान गढ़ी, विश्व विख्यात कैंची धाम (नीम करौली बाबा) और न्याय के देवता गोलू देवता (चितई) मंदिर के दर्शन कर युवाओं ने देवभूमि की आध्यात्मिक ऊर्जा को आत्मसात किया। दल ने भीमताल के शांत वातावरण का भी अनुभव किया।
प्रवास के दौरान यूथ हॉस्टल की मैनेजर श्रीमती एम. टोलिया ने युवाओं को हॉस्टल की कार्यप्रणाली से अवगत कराया। सूर्या फाउंडेशन के वाइस चेयरमैन श्री हेमंत शर्मा ने यूथ हॉस्टल के प्रबंधन और आतिथ्य की मुक्त कंठ से प्रशंसा की। कार्यक्रम को सफल बनाने में युवा विकास प्रमुख द्रवेश भारत और प्रशिक्षण प्रमुख हिमांशु की गरिमामयी उपस्थिति रही।
शिविर का कुशल नेतृत्व शिविर प्रमुख रमेश जी, कोऑर्डिनेटर धर्मेंद्र जी एवं एडवांस प्लानर नितिन चौधरी की संचालन टोली द्वारा किया गया। 28 दिसंबर की रात को यह दल काठगोदाम से यादों का पिटारा लेकर दिल्ली के लिए रवाना हो गया।