शौर्य दिवस पर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया

नैनीताल l देवभूमि का अपना मूल स्वरूप बना रहे। धर्म की जय हो, अधर्म का नाश हो. इस सूक्ति का अवलोकन करने से धर्म की जय हो अधर्म का नाश हो, बोलकर अधर्म का नाश नहीं होने वाला है, वरन् अधर्म का नाश करके ही धर्म की जय होना सम्भव है। श्रीराम नीति “भय बिनु होय न प्रीति” इस दोहे का शाब्दिक अर्थ है कि बिना भय अनुशासन/सम्मान के प्रेम या मित्रता नहीं होती। अर्थात जब कोई व्यक्ति विनय से न माने तो शक्ति का प्रदर्शन आवश्यक हो जाता है, ताकि उचित सम्मान और व्यवस्था स्थापित हो सके। इस कारण धर्मतिरोधी जो लव जिहाद, लैण्ड जिहाद, थूक जिहाद, जनसंख्या वृद्धि जिहाद आदि जिहादों को प्रसारित कर, सनातनी समाज को विकृत करने का कार्य कर रहे हैं. ऐसे जिहादियों के प्रति विनव की भावना नहीं वरन् शक्ति का उपयोग किये जाने के लिए संगठन सदैव सक्षमता एवं पूर्णशक्त्ति के साथ खड़ा रहकर जिम्मेदारी के साथ जिहादियों को सबक सिखाने का कार्य करता आ रहा है। इस परिप्रेक्ष्य में विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल द्वारा पर्यटन नगरी, नैनीताल में एक विराट शौर्य संचलन यात्रा का आयोजन किया गया है। सर्वप्रथम कार्यक्रम के मुख्य वक्ता पूरन चन्द्र जोशी, प्रान्त सह-संयोजक, बजरंग दल, उत्तराखण्ड, कार्यक्रम अध्यक्ष गिरिजा शंकर पाण्डेय, सेवानिवृत्त (आई.पी.एस.), खजान भट्ट, जिलाध्यक्ष, विश्व हिन्दू परिषद ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलन कर, कार्यक्रम का प्रारम्भ किया गया। इस शौर्य संचलन यात्रा का मुख्य उ‌द्देश्य सम्पूर्ण हिन्दू समाज की सुप्त शक्ति को जागृत कर, सम्पूर्ण सनातन हिन्दू समाज को संगठित एवं सशक्त बनाकर उसमें नवीन चारा प्रवाहित करना है। इसके अतिरिक्त हिन्दू समाज को जिन जिहादियों द्वारा हिन्दू समाज को विकृत करने का टारगेट किया जा रहा है. ऐसे जिहादियों के प्रति पूर्णशक्ति के साथ संगठन को कार्य करने की आवश्यकता है, जिससे ऐसे जिहादी अपने कुकृत्यों पर पूर्णरूपेण विराम लगा सकें। साथ ही सनातन समाज के साहसी, निर्भीक, निडर एवं ओजस्वी युवाओं को जोड़ने का संगठन का एक प्रमुख उ‌द्देश्य यह भी है, जिससे सम्पूर्ण हिन्दू समाज संगठित रहकर राष्ट्र निर्माण में अपनी आहूति दे सके। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता श्री पूरन चन्द्र जोशी, प्रान्त सह-संयोजक, बजरंग दल, उत्तराखण्ड द्वारा अपने उ‌द्बोधन में समस्त सनातनियों को संगठित करने की ओर इंगित किया और बताया कि किस प्रकार हिन्दू विरोधी गतिविधियों को संचालित करने वाले विधर्मियों, जिहादियों के व्यविचार एवं धर्मविरोधी कृत्यों पर कैसे विराम लगया जाय, इसके लिए हिन्दू समाज में नवीन जागृति उत्पन्न करनी होगी। श्री जोशी जी द्वारा अपने वक्तव्य में यह भी बताया गया कि बजरंग दल देश के कौने-कीने में विराट शौर्य संचलन यात्रा एवं अन्य धार्मिक कार्यों के माध्यम से हिन्दुत्व की सुप्त शक्ति को जागृत कर, सम्पूर्ण समाज को जोड़ने के साथ-साथ युवाओं को जोड़ने का प्रवास कर रहा तथा उनके द्वारा यह भी अवगत बताया गया कि संगठन समाज में लाचार, विपन्न एवं असहाय व्यक्तियों के लिए सदैव तत्पर रहकर उनकी सहायता एवं सेवा के लिए सदैव प्रतिबद्ध रहता है। इसके अतिरिक्त उनके द्वारा स्पष्ट रूप में अवगत कराया गया कि यदि समाज के किसी भी व्यक्ति को न्याय नहीं मिल पा रहा है, तो बजरंग दल की सेना सैदय तत्पर रहकर उन्हें न्याय दिलाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करती है। किसी भी असहाय व्यक्ति की सहायता के लिए बजरंग दल की टोली देशभर में सदैव तत्परता के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन करती आयी है। कार्यक्रम में बजरंग दल के मुख्य वक्ता के रूप में प्रान्त सह-संयोजक पूरन चन्द्र जोशी, कार्यक्रम अध्यक्ष गिरिजा शंकर पाण्डेय, पूर्व आईपीएस, खजान भट्ट, जिलाध्यक्ष, विश्व हिन्दू परिषद, जिला मंत्री दीपक मेहता, जिला सह-मंत्री विवेक , प्रखण्ड संयोजक मनोज कुमार, कुनाल , आदि की उपस्थिति रहीं। कार्यक्रम के समापन के उपरान्त सुरूचि भोज की उत्तम व्यवस्था की गयी है।

Advertisement