1 करोड़ से आठ लाख से होंगे शहर के प्राकृतिक जल स्रोत पुर्नजीवित, 11 जल स्रोत चिह्नित कर जल संस्थान ने पालिका को भेजा प्रस्ताव
नैनीताल। शहर के विभिन्न क्षेत्रों में स्थित प्राकृतिक जलस्रोतों को अब नया जीवन मिलेगा। पालिका ने शहर के स्रोतों को पुर्नजीवित करने की योजना बनाई है । पहले चरण में 11 मुख्य स्रोतों को चिह्नित कर प्रस्ताव जल संस्थान को दो लाख रुपये की टोकन मनी आवंटित की गई थी। जिसके बाद जल संस्थान ने सभी जल स्रोतों का सर्वे कर जल स्रोतों को चिह्नित कर नगरपालिका को एक करोड़ आठ लाख का प्रस्ताव प्रेषित कर दिया है।
बता दे कि शहर में दो दर्जन से अधिक प्राकृतिक जलस्रोत है। जिससे वर्षभर नैनीझील को भी पानी की आपूर्ति होती है। मगर संरक्षण के अभाव में कई स्रोत या तो जीर्णक्षीर्ण अवस्था में पहुंच चुके है या फिर स्रोतों का पानी सूखने की कगार पर पहुंच गया है। अब नगर पालिका ने शहर के प्राकृतिक जलस्रोतों को पुर्नजीवित करने की पहल शुरू कर दी है।
जल संस्थान अधिशासी अभियंता रमेश गब्यार्ल नैनीताल शहर के 11 जल स्रोतों का निरीक्षण कर नगरपालिका को 1 करोड़ 8 लाख रुपये का प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है।जिससे शहर के जलस्रोतों को पुर्नजीवित किया जाएगा। बताया कि फिलहाल शहर के सिपाही धारा, पर्दाधारा, चूना धारा, गौमुख धारा, स्प्रींग फिल्ड धारा, पाइंस शव विश्राम स्थल, गुफा महादेव, नारायण नगर समेत 11 स्थानों के मुख्य जलस्रोतों को चिह्नित किया गया है। पालिका प्रशासक केएन गोस्वामी ने बताया कि जलस्रोतों को पुर्नजीवित करने के लिए चाल-खाल, पौधारोपण जैसे जलस्तर बढ़ाने वाले कार्य किये जायेंगे। स्रोत की मुख्यधारा में छेड़छाड़ किये बिना उसे पारंपरिक स्वरुप में संवारा जाएगा। जिस तरह से ग्रामीण क्षेत्रों में नौले व धारे निर्मित किये जाते थे। कार्य करते हुए स्रोतों को वैसा ही स्वरुप दिया जाएगा।