उत्तराखंड क्रांति दल नैनीताल द्वारा नैनीताल क्लब सभागार में राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया

नैनीताल l उत्तराखंड क्रांति दल नैनीताल द्वारा नैनीताल क्लब सभागार में राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसका विषय था शहीदों के सपने कितने पास कितने दूर। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रताप सिंह चौहान द्वारा की गई। विचार गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए पूर्व विधायक डॉ नारायण सिंह जंतवाल ने कहा कि बड़ी शहादत के बाद उत्तराखंड राज्य का गठन हुआ लेकिन उत्तराखंड राज्य की पिचासी फीसदी भू भाग की पीड़ा कम नहीं हुई, जन सुविधावों को लेकर आज भी जनता आंदोलित है। आज राज्य की अपनी विधान सभा है , इन पचीस वर्षो मैं राजधानी, मूल निवास, भू क़ानून, पलायन जैसे मुद्दों का हल नहीं हो सका है। राज्य मैं एक हाश्यस्पद स्तिथि उत्पन्न हो गई है सत्तापक्ष के विधायक जनता की समस्याओ के लिए सरकार के खिलाफ ही धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। राज्य विधान सभा मैं स्तरहीन बहस हो रही है, ये राज्य कुछ विधायक व नौकरसाहों के लिए नहीं बना बल्कि जनता के लिए बना है। सरकार की गलत नीतिओं के खिलाफ आज नौजवान आंदोलित है। उत्तराखंड क्रांति दल प्रदेशवासिओ के साथ राज्य को बनाने के लिए बड़ा आंदोलन करेगा ताकि शहीदो के सपनों का राज्य बन सके। पूर्व पालिकाध्यक्ष श्याम नारायण ने कहा राज्य की अस्मिता की रक्षा के लिए आज युवा पीड़ी को आगे आना चाहिए ताकि देव भूमि की पहचान संरक्षित हो सके। कार्यक्रम को वरिष्ठ अधिवक्ता प्रकाश पांडे, प्रेम कुलियाल, रवि बोरा, मनोज सिंह बिष्ट, हेम चंद्र वारियल, मुकेश वर्मा, भुवन बिष्ट आदि ने सम्बोधित किया। कार्यक्रम मैं पूर्व बी डी सी सदस्य कोटाबाग व पूर्व छात्र संघ उपाध्यक्ष मनोज सिंह बिष्ट सहित पचास लोगों ने दल की सदयस्ता ग्रहण की। संचालन कमलेश चन्द्र पांडे ने किया। कार्यक्रम मैं वरिष्ठ कार्यकर्ताओ को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के अंत मैं राज्य आंदोलन में शहीद आंदोलनकारिओ को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
कार्यक्रम मैं मदन सिंह बगड़वाल, हरीश अधिकारी,भावना नेगी, लीला बोरा, मनीष बिष्ट, सज़्ज़न शाह, प्रकाश आर्य, इन्दर सिंह नेगी, रवि बाल्मीकि, के एन सुयाल, कमल जोशी, पूर्व उप रजिस्ट्रार हाई कोर्ट रमेश चंद्र कांडपाल, संजय साह, ध्यान सिंह, ललित रजवार, उपेंद्र सिंह, कमल कुमार, विनोद, अबीर सिंह, भूपेंद्र सिंह, आशीष आदि उपस्थित थे।









