राष्ट्रीय गीत “वंदे मातरम” के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में एसएसपी मंजुनाथ टी०सी० ने किया सामूहिक गान का आयोजन, पुलिस कर्मियों को स्वाभिमान भारत की यात्रा के दौरान गीत के योगदान का कराया स्मरण, नैनीताल पुलिस के सभी अधिकारी/कर्मियों ने गाया वंदे मातरम

नैनीताल l बंकिम चंद्र चटर्जी जी के रचित राष्ट्रीय गीत “वंदे मातरम” 7 नवंबर, 1875 को अक्षय नवमी के पावन अवसर को स्मरण करते हुए तथा इसके ऐतिहासिक और राष्ट्रीय महत्व को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय गीत “वंदे मातरम” के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में संपूर्ण देश में राष्ट्रव्यापी समारोहों का आयोजन किया जा रहा है। जिस क्रम में आज डॉ मंजुनाथ टी०सी० एसएसपी नैनीताल के कुशल नेतृत्व में नैनीताल पुलिस द्वारा सभी कार्यालयों/थानों में राष्ट्रीय गीत को स्मरण करने हेतु सामूहिक गान का आयोजन किया गया। बहुद्देशीय भवन हल्द्वानी में आयोजित कार्यक्रम में एसएसपी नैनीताल द्वारा पुलिस कार्यालय के स्टाफ के साथ सामूहिक गान का आयोजन किया। एसएसपी ने सभी पुलिस कर्मियों को गीत की विशेषता का स्मरण कराते हुए कहा कि राष्ट्रीय गीत को मातृभूमि को शक्ति, समृद्धि और दिव्यता का प्रतीक बताते हुए इस गीत ने भारत की एकता और स्वाभिमान की जागृत भावना को काव्यात्मक अभिव्यक्ति प्रदान की। इस गीत ने अखंड भारत के विशाल रूपी वृक्ष के बीज की तरह करते हुए राष्ट्र को एकजुट कर हर घर मे निवासरत प्रत्येक व्यक्ति एवं समुदाय के हृदय में विशेष स्थान प्राप्त किया जिससे स्वतंत्रता हासिल करने और एक प्रभुत्व सम्पन्न गणराज्य बनने की ओर मार्ग अग्रसर हुआ। एसएसपी ने वंदे मातरम को देश की नींव बताते हुए सभी पुलिस कर्मियों को समाज के आखिरी छोर पर खड़े व्यक्ति की भलाई के लिए कार्य करने हेतु प्रेरित किया।पुलिस बहुदेशीय भवन हल्द्वानी के आयोजित कार्यक्रम में मनोज कुमार कत्याल पुलिस अधीक्षक हल्द्वानी, ज्ञानेंद्र शर्मा निरीक्षक अभिसूचना, पूरन राम आगरी वाचक, राजकुमार बिष्ट प्रतिसार निरीक्षक पुलिस दूरसंचार नैनीताल समेत अन्य कार्यालयों के प्रभारी एवं पुलिस कर्मी मौजूद रहे। इसके साथ ही डॉ जगदीश चंद्र एसपी क्राईम/ट्रैफिक नैनीताल द्वारा पुलिस लाईन नैनीताल में सामूहिक गान का आयोजन किया गया, जिसमें पुलिस कार्यालय नैनीताल तथा पुलिस लाईन नैनीताल में तैनात पुलिस कर्मियों ने प्रतिभाग किया। इसके अतिरिक्त जनपद के सभी थानों/कार्यालयों में भी कार्यक्रमों का आयोजन किया गया और पुलिस अधिकारी/कर्मियों ने राष्ट्रीय गीत गाया।










