राज्य आंदोलनकारी दिनेश गुरुरानी द्वारा राज्य में चलाया जा रहा अनूठा पौधा रोपण अभियान 500 वे दिन भी जारी रहा

डीडीहाट l राज्य आंदोलनकारी दिनेश गुरुरानी द्वारा राज्य में चलाया जा रहा अनूठा पौधा रोपण अभियान 500 वे दिन भी जारी रहा।
दिनेश गुरुरानी ने अभियान के 500 वें दिन व अपने जन्मदिन पर अपनी माता लीलावती गुरुरानी के आशीर्वाद व पत्नी निरंजना गुरुरानी के सहयोग से अपने पिताजी स्वर्गीय तारा दत्त गुरु रानी की स्मृति में स्मृति पौध लगाया। दिनेश गुरु रानी ने कहा कि उन्होंने आज धूसाखान शिव मंदिर परिसर पलेटा में व ओगला में समाजसेवी राजेश अवस्थी के साथ पौधारोपण किया। दिनेश गुरुरानी ने कहा कि आज विभिन्न स्थलो पर पौधारोपण किया गया। कहा कि अभिलाषा एकेडमी डीडीहाट की प्रधानाचार्य स्टाफ व बच्चों ने उनके जन्मदिन पर पौधा देकर व केक काटकर उनका स्वागत किया। उन्होंने विद्यालय में पौधा रोपण हेतु विद्यालय परिवार को पौधे दिए। उन्होंने एडवोकेट नीता प्राजक्ता भिड़े व विद्यालय परिवार का आभार प्रकट किया।उन्होंने कहा कि 3 जुलाई 2024 से नियमितीकरण की मांग को लेकर राज्य में चलाए गए इस पौधारोपण अभियान में अब तक 90000 नब्बे हजार पौधों का रोपण किया जा चुका है। जो कि अपने आप में एक रिकॉर्ड है। उन्होंने पौधारोपण के साथ-साथ हिमालय बचाओ अभियान के तहत शपथ दिलाई व शपथ रजिस्टर भी भरवाया ।उनके पौधारोपण अभियान का नाम सबसे लंबी अवधि तक पौधारोपण करने हेतु ।।।इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड।।। में दर्ज है। उन्होंने कहा कि उन्होंने पौधारोपण अभियान के माध्यम से कुमाऊं मंडल विकास निगम व गढ़वाल मंडल विकास निगम की इकाइयों के परिसर में पौधारोपण चलाया । वही यात्रियों पर्यटकों को ।।।देवभूमि में पर्यटक बनकर आईए ।पौधारोपण कर पर्यावरण मित्र बनकर जाइए।।।के तहत यात्रियों पर्यटकों को जोड़ा ।वही विवाह समारोह में बर बधू से परिणय पौध लगवाया। उन्होंने पौधारोपण अभियान से आम जनमानस को जोड़ा। जन्मदिन सालगिरह व शुभकार्य को भी पौधारोपण से जोड़ा । उन्होंने जहां राष्ट्रीय राजमार्ग में स्थित होटल के परिसर व विभिन्न विद्यालयों में जाकर छात्र-छात्राओं को ।।मेरा पौधा मेरा परिवार।।।कार्यक्रम से जोड़ा। उन्होंने साहसिक खेलों को भी पौधारोपण कार्यक्रम सेजोड़ा। उनके द्वारा पिथौरागढ़ में गुरना देवी मंदिर परिसर , धूसाखान शिव मंदिर परिसर, मानसरोवर यात्री वाटिका, मां उल्का देवी यात्री वाटिका , शहीद स्मारक स्थल में परिसर में पौधारोपण कर वाटिका तैयार की। उनका पौधारोपण अभियान राज्य में एक नजीर बन गया है। उन्होंने कहा कि यह प्रतिदिन पौधा लगाकर पौधारोपण अभियान को जारी रखेंगे।

यह भी पढ़ें 👉  सभी राशनकार्ड धारक ३० नवंबर तक अनिवार्य रूप से करा लें ई केवाईसी
Advertisement
Ad
Advertisement