दुष्प्रचार को लेकर कुमाऊं विश्वविद्यालय की छात्र संघ के पूर्व पदाधिकारियों एवं पुरातन विद्यार्थियों में भी भारी रोष है

नैनीताल l कुमाऊं विश्वविद्यालय के विरुद्ध दुष्प्रचार को लेकर लगातार रोष बढ़ रहा है। एक न्यूज पोर्टल द्वारा किए जा रहे दुष्प्रचार को लेकर कुमाऊं विश्वविद्यालय की छात्र संघ के पूर्व पदाधिकारियों एवं पुरातन विद्यार्थियों में भी भारी रोष है।
ज्ञात हो कि विधानसभा विगत एक माह से रुद्रपुर स्थित एक न्यूज पोर्टल द्वारा कुमाऊं विश्वविद्यालय के संबंध में भ्रामक समाचार जाती करते हुए विश्वविद्यालय की छवि को खराब करने का कार्य किया गया है जिसके चलते विश्वविद्यालय के कर्मचारी महासंघ द्वारा भी धरना प्रदर्शन करते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन से विधिक कार्रवाई करने की मांग की गई और प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रशासन द्वारा इस दिशा में कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। इस क्रम में विश्वविद्यालय को पूर्ण समर्थन देने के साथ वर्तमान कुलपति प्रो दीवान सिंह रावत के समर्थन में विश्वविद्यालय के छात्र संघ के पूर्व पदाधिकारियों ने भी आवाज उठाई है और उक्त न्यूज पोर्टल पर कड़ी कार्यवाही करने की मांग की गई। विश्वविद्यालय छात्र संघ के वर्ष 2003 में अध्यक्ष एवं कार्य परिषद के पूर्व में सदस्य रहे अरविंद सिंह पडियार ने कहा कि कुमाऊं विश्वविद्यालय का बेहतरीन इतिहास रहा है और इस प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय के दुष्प्रचार किया जाना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। मिथ्या प्रचार के विरुद्ध कार्यवाही किया जाना चाहिए। छात्र संघ के वर्ष 2004 में अध्यक्ष रहे और हाईकोर्ट के अधिवक्ता दीपक रुबाली ने दुष्प्रचार का विरोध करते हुए सरकार से सोशल मीडिया न्यूज चैनल्स के विरुद्ध कठोर कानून बनाने की मांग है। वर्ष 2005 में अध्यक्ष रहे हिमांशु पांडे ने कुलपति प्रो दीवान सिंह रावत का समर्थन करते हुए विश्वविद्यालय के हित में उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना करते हुए दुष्प्रचार का विरोध किया। वही वर्ष 2006 के छात्र संघ अध्यक्ष अनुपम कबडवाल ने बताया कि कुमाऊं विश्वविद्यालय का क्षेत्र में उच्च शिक्षा में विशिष्ट स्थान है एवं इसमें लगातार शोध कार्य किए जा रहे हैं और ऐसे दुष्प्रचार किए जाने पर तत्काल विधिक कार्रवाई की जानी चाहिए। वर्ष 2007 में छात्र संघ अध्यक्ष रहे निवर्तमान नैनीताल नगर पालिका अध्यक्ष सचिन नेगी ने कुमाऊं विश्वविद्यालय के दुष्प्रचार पर भरी नाराजगी जाहिर करते हुए सरकार से उक्त न्यूज पोर्टल को तत्काल बंद करने की मांग की है। वर्ष 2004 में छात्र संघ के अध्यक्ष रहे दिग्विजय बिष्ट ने राज्य के प्रमुख राजकीय विश्वविद्यालय, कुमाऊं विश्वविद्यालय को शिक्षा और शोध का प्रमुख केंद्र बताते हुए न्यूज पोर्टल के विरुद्ध सख्त कार्यवाही करने की मांग करते हुए वर्तमान कुलपति को समर्थन दिया।

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