वित्त मंत्री द्वारा पेश बजट, बजट कम बल्कि केंद्र सरकार द्वारा अपनी सरकार को बचाने के लिए सहयोगी दलों को खुश करने का प्रयास अधिक प्रतीत होता है। त्रिभुवन फर्त्याल

नैनीताल l वित्त मंत्री द्वारा पेश बजट, बजट कम बल्कि केंद्र सरकार द्वारा अपनी सरकार को बचाने के लिए सहयोगी दलों को खुश करने का प्रयास अधिक प्रतीत होता है। मोदी सरकार 3.0 द्वारा संकल्प पत्र में एक तरफ किसानों की आय दोगुनी करने की बात,वही बजट में किसानों की आय दोगुनी करने का रोड मैप का अभाव,यहां तक की बहुप्रतीक्षित प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की धनराशि को ना बढ़ाना खेती किसानी के सम्मान के साथ खिलवाड़ करने का काम मोदी सरकार ने किया है।
कृषि क्षेत्र जोकि वर्तमान में भी लगभग 45% रोजगार प्रदत्त किए हुए हैं, बावजूद इसके बजट में ना ही न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कुछ बोला गया और ना ही काश्तकारों हेतु सब्सिडी इत्यादि में कोई व्यवस्था की गयी। उत्तराखंड में डबल इंजन की सरकार के बावजूद घोर निराशा हाथ लगी। ग्रीन बोनस जो कि हम उत्तराखंडियों का अधिकार है, पर पुनः छला गया। बहुप्रतीक्षित टनकपुर- बागेश्वर रेल -लाईन, सौंग नदी पर बांध आदि पर पुनः प्रदेश के हाथ खाली रह गये। कुल मिलाकर बजट विशेषकर उत्तराखंड राज्य के परिपेक्ष्य में बेहद निराशाजनक।

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