कुमाऊं विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर दीवान सिंह रावत द्वारा विश्वविद्यालय की भीमताल परिसर का निरीक्षण किया गया

भीमताल l कुमाऊं विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर दीवान सिंह रावत द्वारा विश्वविद्यालय की भीमताल परिसर का निरीक्षण किया गया जिसमें उनके द्वारा परिसर में चल रहे निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया गया। इस दौरान उनके द्वारा सोनगांव में निर्माणाधीन लॉ कॉलेज, अकादमिक ब्लॉक और फार्मेसी ब्लॉक, फार्मेसी प्रयोगशाला, प्रबन्ध विभाग में निर्माणाधीन अतिथि गृह तथा जैव प्रौद्योगिकी विभाग के अनुसंधान केंद्र के निर्माण की प्रगति का निरीक्षण किया गया। इस दौरान परिसर के संकाय सदस्यों एवं कार्मिकों द्वारा कुलपति प्रो दीवान सिंह रावत को एफ एन ए से सुशोभित होने और आईएनएसए की सदस्यता प्रदान होने के उपरांत परिसर आगमन पर कुलपति का स्वागत किया गया।
ज्ञात हो कि कुमाऊं विश्वविद्यालय को भारत सरकार के पीएम उषा मेरु योजना के तहत 100 करोड़ का अनुदान स्वीकृत हुआ है जिसके अंतर्गत भीमताल में लॉ कॉलेज और फार्मेसी ब्लॉक का निर्माण राज्य सरकार की निर्माण एजेंसी ब्रिडकल द्वारा किया जा रहा है, इसके साथ ही भीमताल में राज्य सरकार के अनुदान से राज्य सरकार के अधीन मंडी परिषद निर्माण शाखा के द्वारा 5 करोड़ के अनुदान से एक अकादमिक ब्लॉक और पेयजल निगम द्वारा जैव प्रौद्योगिकी विभाग में अनुसन्धान भवन का निर्माण किया जा रहा है और वही विश्वविद्यालय की आय से फार्मेसी विभाग में एक फार्मेसी प्रयोगशाला का निर्माण व प्रबन्ध विभाग में एक अतिथि गृह का निर्माण किया जा रहा है।
निरीक्षण के दौरान कुलपति प्रोफेसर दीवान सिंह रावत निर्माण कार्यों को गुणवत्तापूर्वक करने हेतु दिशानिर्देश देते हुए समयबद्ध रूप से कार्य पूर्ण करने का भी निर्देश दिया गया। पत्रकारों से चर्चा करते हुए कुलपति प्रोफेसर रावत ने बताया कि आगामी सत्र से भीमताल में होटल मैनेजमेंट और लॉ के पाठ्यक्रम प्रारंभ किए जाने है जिस हेतु भीमताल में हो रहे निर्माण कार्य फरवरी 2026 में समाप्त कर लिए जाएंगे। भीमताल भ्रमण पर उनके द्वारा परिसर में संचालित हो रही सत्रीय परीक्षाओं का भी निरीक्षण किया गया।
इस दौरान प्रबंध संकाय की संकायाध्यक्ष प्रोफेसर अमित जोशी, परिसर की अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रोफेसर वीना पांडे, जैव प्रौद्योगिकी विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर तपन नैलवाल, बायोमेडिकल साइंसेज संकाय के संकायाध्यक्ष प्रोफेसर महेंद्र राणा, विश्वविद्यालय के एनआईआरएफ संयोजक प्रोफेसर अर्चना नेगी साह, परिसर के कुलानुशासक डॉ रिशेंद्र कुमार, डॉ संतोष उपाध्याय, डॉ मयंक पांडे, डॉ लक्ष्मण सिंह रौतेला, अवर अभियंता अतुल कुमार, भगवान चंद्र ध्यानी और विभिन्न निर्माण संस्थाओं के प्रतिनिधि सहित परिसर के शिक्षक, कर्मचारी शामिल हुए।









