लोहड़ी-मकर संक्रांति पर गोष्ठी संपन्नपर्व भारतीय संस्कृति की नीव है-आचार्य श्रुति सेतिया

नैनीताल l केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के तत्वावधान में “लोहड़ी-मकर संक्रांति” विषय पर ऑनलाइन गोष्ठी का आयोजन किया गया I य़ह करोना काल से 688 वाँ वेबिनार था I वैदिक विदुषी आचार्य श्रुति सेतिया ने कहा है भारत मूलतः सूर्य उपासकों का देश होने के कारण मकर संक्रांति सूर्यवंशी वैदिक आर्यों का राष्ट्रीय पर्व है । यहां बारह महीने के तीज त्यौहार सूर्य के संवत्सर चक्र के अनुसार मनाए जाते हैं । खगोलीय दृष्टि से सूर्य का धनु राशि से मकर राशि में संक्रमण मकर संक्रांति कहलाता है । मकर राशि में सूर्य का प्रवेश होने का तात्पर्य वाष्पीकरण की सतत् प्रक्रिया द्वारा मानसूनो का निर्माण होना जिसे भारतीय वैज्ञानिक वृष्टि गर्भ कहते हैं । मकर संक्रांति पर्व रात्रि से प्रभात वेला की ओर तथा अंधकार से प्रकाश की ओर जाने का पर्व है । मकर संक्रांति के दिन तीर्थ राज प्रयाग ओर गंगा स्नान आदि तीर्थ स्नानों में स्नान करने दूर दूर से तीर्थ यात्री आते हैं । इस अवसर पर स्नान, दान, जप, तप, श्राद्ध तथा तर्पण आदि धार्मिक अनुष्ठानों का भी विशेष महत्व है ।
हरियाणा ओर पंजाब में इसे लोहड़ी पर्व के रूप में एक दिन पूर्व ही मनाया जाता है । तमिलनाडु में पोंगल के रूप में चार दिन तक मनाने की परंपरा है । अग्निदेवता की पूजा करते हुए तिल, गुड, चावल और भुने हुए मक्के की आहुति दी जाती है ।
मकर संक्रांति की प्रभात वेला में भारत वर्ष का कृषक वर्ग इसी वृष्टि कारक सूर्य को प्रणाम करते हुए कामना करता है “निकामे निकामे वर्षतु मेघा”, अर्थात सूर्य देव समय समय पर कृषि के अनुकूल वर्षा करें ताकि भारतवासी आर्यों यह देश अन्न, धन और सुख समृद्धि से संपन्न हो सके । हमें अपने देश के उन आंचलिक पर्वों और त्योहारों का विशेष रूप से आभारी होना चाहिए जिनके कारण भारतीय सभ्यता और संस्कृति की ऐतिहासिक पहचान आज भी सुरक्षित है । मुख्य अतिथि आर्य नेत्री कृष्णा पाहुजा व अध्यक्ष राजश्री यादव ने पर्वों की महत्ता पर प्रकाश डाला I परिषद अध्यक्ष अनिल आर्य ने कुशल संचालन किया व प्रदेश अध्यक्ष प्रवीण आर्य ने धन्यवाद ज्ञापन किया I गायिका पिंकी आर्य, कौशल्या अरोड़ा, जनक अरोड़ा, सुधीर बंसल, रविन्द्र गुप्ता, कुसुम भंडारी, किरण सहगल आदि के मधुर भजन हुए I

यह भी पढ़ें 👉  जो कभी अपना वार्ड न घूमे वो घूम चुके शहर

Advertisement
Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad
Advertisement