सोशल मीडिया पर प्रसारित पोस्ट को अस्पताल प्रबंधन ने बताया भ्रामक, तीन महिने मरीज का निश्शुल्क उपचार किया अस्पताल प्रबंधन ने- पीएमएस

नैनीताल। बीडी पांडे अस्पताल में भर्ती पांच वर्षीय बच्ची को उपचार के लिए एम्स ऋषिकेश भेजने व बेहतर उपचार नहीं मिलने संबंधित सोशल मीडिया पर की गई एक पोस्ट को अस्पताल प्रबंधन ने भ्रामक बताया है। अस्पताल प्रबंधन की ओर से पत्र जारी कर कहा गया है कि बीते तीन महिने से बच्ची को अस्पताल में भर्ती कर निशुल्क उपचार दिया गया है। बता दें कि बीते मई माह में जलने की शिकायत पर पांच वर्षीय नेपाली मूल की बच्ची उपचार के लिए अस्पताल पहुंची थी। जिसके पास मुफ्त चिकित्सा के लिए कोई आयुष्मान अथवा अन्य कार्ड नहीं था। जिसके बावजूद बीडी पांडे अस्पताल में मरीज को तीन माह भर्ती कर निशुल्क उपचार दिया गया। अस्पताल में नर्सिंग स्टाफ के सहयोग से बाजार से महंगी दवाईया खरीद कर उसे उपचार दिया गया। उपचार के दौरान हर रोज कोई न कोई कर्मचारी अपने घर से बच्ची व उसके परिजनों के लिए भोजन लाता रहा। अस्पताल चिकित्सकों व कर्मियों ने 28 हजार रुपये चंदा कर बच्ची की माता को दिया। जिसे बेहतर उपचार के लिए मंगलवार को एम्स ऋषिकेश भेजा गया है। लेकिन बच्ची को उपचार के लिए ऋषिकेश भेजने का श्रेय लेते हुए एक व्यक्ति यहां बेहतर उपचार नहीं मिलने की बात कहकर अस्पताल की छवि खराब कर रहा है। अस्पताल पीएमएस डॉ. टीके टम्टा की ओर से पत्र जारी कर कहा गया है कि इस प्रकार सोशल मीडिया में भ्रामक जानकारी डालने को गलत बताया है। उन्होंने कहा कि बीडी पांडे अस्पताल में हमेशा गरीब व असहाय लोगों का इलाज पूरी मदद के साथ किया जाता है। भविश्य में भी गरीब व असहाय लोगों के बेहतर इलाज के लिए अस्पताल स्टाफ तत्पर रहेगा।

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