35 दिनों से अंधेरे में छोड़े गए लोग, बिजली-पानी के बिना परेशान

नैनीताल। शहर के लकड़ी कोयला टॉल क्षेत्र में रहने वाले 21 परिवार पिछले 35 दिनों से अंधेरे और परेशानियों में जीने को मजबूर हैं। 12 नवंबर को प्रशासन ने इन परिवारों के बिजली और पानी के कनेक्शन काट दिए थे, जिसके बाद से इन लोगों को रोज़मर्रा की बुनियादी सुविधाओं के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। सभी परिवारों को पहले घर खाली करने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन प्रशासन ने उनका घर खाली कराए बिना ही उन्हें बिजली और पानी से वंचित कर दिया है। इससे ये लोग परेशान हो गए हैं और इन लोगों को जीवन यापन में दिक्कतें उत्पन्न हो रही हैं। बिजली और पानी के ना होने से लोगों की स्थिति और भी जटिल हो गई है। लोग न केवल दैनिक कार्यों के लिए संघर्ष कर रहे हैं, बल्कि उन्हें बाघ के हमले का भी खतरा है। अंधेरे में रहने के कारण जंगली जानवरों का आना और भी आसान हो गया है, जिससे परिवारों में डर का माहौल बना हुआ है। कोयला लकड़ी टॉल के लोगों का कहना है कि उन्हें तीन महीनों के लिए कृष्णापुर भेजने का कोई समाधान नहीं है। उनका कहना है कि कृष्णापुर में पर्याप्त अस्पताल जैसी सुविधाएं नहीं हैं, और वे वहां रहने के लिए तैयार नहीं हैं। लोग चाहते हैं कि उन्हें शहर के आसपास ही कोई सुरक्षित स्थान मुहैया कराया जाए, जहां वे अपने परिवार के साथ सुरक्षित महसूस कर सकें। इन लोगों ने प्रशासन से आग्रह किया है कि उनकी समस्याओं का जल्द समाधान निकाला जाए, ताकि वे अपनी बुनियादी जरूरतों के लिए किसी और जगह जाने को मजबूर न हों। ईओ दीपक गोस्वामी ने बताया कि लकड़ी कोयला टॉल का मामला न्यायलय में चल रहा है। मार्च की डेट है। सभी लोगों को कृष्णापुर में कमरा नंबर के अनुसार मकान अलाउड करा दिए हैं लेकिन अभी तक कोई भी व्यक्ति नगरपालिका कमरों की चाबी लेने नहीं आया है।

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