संगठन और प्रशिक्षण का नया अध्यायरू एनसीसी इंडोर फायरिंग रेंज का शुभारंभ

नैनीताल l कुमाऊँ विश्वविद्यालय नैनीताल के ‘स्लीपी हॉलो’ परिसर में आज केंद्रीय पुस्तकालय के समीप एनसीसी इंडोर फायरिंग रेंज (एयर पिस्टल एवं राइफल) का विधिवत उद्घाटन कुलपति प्रोफेसर दीवान एस. रावत द्वारा किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के उच्चाधिकारियों, एनसीसी अधिकारियों एवं बड़ी संख्या में कैडेट्स की उपस्थिति ने कार्यक्रम को ऐतिहासिक बना दिया।
फायरिंग रेंज के उद्घाटन के पश्चात कुलपति प्रो. दीवान एस. रावत ने अपने संबोधन में कहा कि यह अत्याधुनिक एनसीसी इंडोर फायरिंग रेंज कुमाऊँ विश्वविद्यालय के कैडेटों के लिए एक मील का पत्थर साबित होगी। इससे न केवल उनकी निशानेबाजी कौशल में सुधार होगा, बल्कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन की संभावना भी बढ़ेगी। परिसर में ही अभ्यास की सुविधा मिलने से कैडेटों का समय और संसाधन दोनों बचेंगे। यह पहल विश्वविद्यालय के समग्र विकास एवं रक्षा सेवा के प्रति विद्यार्थियों में जागरूकता बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
प्रो. रावत ने इस परियोजना के सफल क्रियान्वयन के लिए कमान अधिकारी कैप्टेन चंद्र विजय नेगी व नेवल यूनिट एनसीसी का विशेष रूप से आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय भविष्य में भी एनसीसी गतिविधियों को पूर्ण सहयोग देता रहेगा।
यह इंडोर फायरिंग रेंज विश्वविद्यालय के एनसीसी कैडेट्स के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। इससे कैडेटों को आधुनिक तकनीक से लैस प्रशिक्षण मिलेगा और वे विभिन्न राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर की फायरिंग प्रतियोगिताओं में श्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकेंगे।
उन्होंने कहा कि परिसर के भीतर ही ऐसी सुविधा मिलना कैडेट्स के शारीरिक व मानसिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
कार्यक्रम में 05 यूके नेवल यूनिट के कमान अधिकारी कैप्टन चंद्र विजय नेगी ने अपने संबोधन में कुलपति प्रो. रावत के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि कुलपति महोदय के दूरदर्शी नेतृत्व और निरंतर सहयोग से नैनीताल परिसर में एनसीसी गतिविधियों को नई दिशा मिली है। फायरिंग रेंज जैसी सुविधाएं विद्यार्थियों को प्रतिस्पर्धी दुनिया के लिए तैयार करेंगी। यह रेंज कैडेट्स को राज्य और राष्ट्रीय स्तर की विभिन्न निशानेबाजी प्रतियोगिताओं के लिए दक्ष बनाने में मददगार होगी। यह फायरिंग रेंज न केवल कैडेट्स के अभ्यास का साधन बनेगी, बल्कि उनकी प्रतियोगी क्षमताओं को भी बढ़ाएगी।
इसके पश्चात कुमाऊँ विश्वविद्यालय के एनसीसी अधिकारी सब-लेफ्टिनेंट डॉ. रीतेश साह ने कार्यक्रम में पधारे कुलपति, कमान अधिकारी और कुलसचिव का गर्मजोशी से स्वागत किया। डॉ. साह ने फायरिंग रेंज की उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि एनसीसी प्रशिक्षण का एक महत्वपूर्ण हिस्सा शारीरिक और मानसिक कौशल विकास है। यह इंडोर फायरिंग रेंज न केवल निशानेबाजी में पारंगत बनाएगी, बल्कि कैडेटों में अनुशासन, आत्मविश्वास और टीम भावना भी विकसित करेगी। यह सुविधा कैडेट्स को नियमित अभ्यास का अवसर देगी, जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा, निशानेबाजी में दक्षता आएगी और वे विभिन्न कैम्प व प्रतियोगिताओं के लिए बेहतर तैयार हो सकेंगे।
इसके अतिरिक्त कैडेट्स द्वारा माननीय कुलपति महोदय के समक्ष रोईंग सिमुलेटर पर भी अभ्यास किया गया।
इस अवसर पर कुमाऊँ विश्वविद्यालय के सहायक अभियंता श्री संजय पंत, भारतीय नौसेना के मुख्य प्रशिक्षक रवि कुमार प्रशिक्षक मुकेश आर्य, मुकेश आर्या, विक्रांत सिंह, अमर कुमार प्रधान, प्रशान्त तोमर तथा कैडेट निष्ठा जोशी, बीना, अर्जुन आर्या, करन साह, प्रिंस राणा, अंजली कोरंगा समेत बड़ी संख्या में एनसीसी कैडेट्स उपस्थित रहे।
सभी अतिथियों ने फायरिंग रेंज का निरीक्षण भी किया और कैडेट्स द्वारा दिए गए प्रदर्शन को सराहा।
कार्यक्रम का सफल और सुव्यवस्थित संचालन कुमाऊँ विश्वविद्यालय के एनसीसी विंग की कैडेट प्रीति राणा द्वारा किया गया। कार्यक्रम के अंत में सब-लेफ्टिनेंट डॉ. रीतेश साह ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।

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