कपिल धारा।संस्कृति अंकअमरकंटक मध्य प्रदेश।आलेख – बृजमोहन जोशी।

भगवान शिव के कण्ठ से उद्भूत शिव पुत्री नर्मदा का यह प्रथम जल प्रपात श्री नर्मदा मन्दिर से पश्चिम दिशा की ओर ०८ किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। जहां पर महान् ऋषि महर्षि कपिल ने साधना तपस्या की थी और सांख्य योग शास्त्र की रचना की थी उनकी पावन इस तपो स्थली पर आज भी चरण पादुका चिन्ह विद्यमान एवं दर्शनीय है।इस स्थान पर श्री मां नर्मदा की धारा एक प्रपात के रूप में १२० फुट ऊंचे पर्वत से प्रभावित होकर मनमोहक दृश्य प्रस्तुत करती है।
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