शोधार्थियों को दी एआई की जानकारी

नैनीताल l डीएसबी परिसर के भू विज्ञान विभाग और बायोटेक्नोलॉजी विभाग की ओर से हार्मिटेज भवन में शोधार्थियों के लिए लेखन कौशल कार्यशाला का आयोजन किया गया l जिसमें शोधार्थियों को शोध प्रकाशन में एआई के सदुपयोग की जानकारी दी l
शुक्रवार को हार्मिटेज भवन में लेखन कौशल स्किल विषय पर आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में मुख्य वक्ता के अशोक विश्विद्यालय सोनीपत हरियाणा के प्रो. सौरव पाल व डॉ रोहित भाटिया रहे, कार्यक्रम का संचालन प्रो बीना पांडे ने किया l कार्यक्रम के मुख्य वक्ता रोहित भाटिया ने बताया कि लेखन अभिव्यक्ति का सबसे बेहतर तरीका हैं l अपने शोध को लिखने के लिए हमेशा महत्वपूर्ण और सरल शब्दों का चयन करे l शोध के परिचय में 250 से 300 शब्दों में उसके डेटा और शोध संस्थानों की संक्षिप्त जानकारी दे जिससे शोध की जानकारी आसानी से मिल सके l शोधकर्ता की लेखन शैली उसके शोध की अभिव्यक्ति होती है l जितना अधिक हम पढ़ते है हमारा लेखन उतना ही बेहतर होता है l दूसरे को दिखने के लिए यदि हम अतिरिक्त लिखेंगे तो हमारा वास्तविक लेखन नहीं रहेगा l शोध को बेहतर लिखने के लिए अपनी 10वीं की ग्रामर का अध्ययन कर उसे बेहतर करे l शोध का टाइटल को शोध कार्य के अनुसार तय करें, जिससे से आपके शीर्षक के आपके कार्य के अध्ययन में आकर्षण हो l उन्होंने बताया कि संपूर्ण शोध को कभी भी ए आई से न लिखे, जो भी डेटा हम ए आई से ले उसको क्रॉस चेक अवश्य करें l ए आई से हम अपने डेटा का ग्राफ और चित्रण के लिए उपयोग कर सकते है l अपने शोध का डेटा ए आई में न डाले l ए आई से हम गूगल नोट बुक क्रिएट कर सकते है जिससे हमें अपने शोध का संपूर्ण सार को लिखने में मदद ले सकते है l प्रो. सौरव पाल ने बताया कि ए आई टूल शोध में कई प्रकार से हमारे शोध में मददगार है, उन्होंने बताया कि इससे हम अपनी एक चेक लिस्ट, की वार्ड तैयार कर सकते है l लेकिन अपने शोध को हमेशा अपनी रिसर्च पर लिखे, क्योंकि ए आई में कोई भी ऑथेंटिक डेटा नहीं होता है l शोधार्थी के शोध और तथ्यों को हमेशा सच माना जाता है, इसलिए हमेशा डेटा को क्रॉस चेक कर ले l कार्यक्रम के संयोजक प्रो. राजीव उपाध्याय ने बताया कि इस कार्यशाला का उद्देश्य छात्रों की स्किल को बढ़ावा देना है l कई बार छात्र अपने शब्दों को लिख नहीं पाते है शब्दों का का चयन नहीं कर पाते है l इस दौरान प्रो. ललित तिवारी, प्रो. रमेश चंद्रा, डॉ. निमृत शाह आदि मौजूद रहे l








