58 विधानसभा नैनीताल सीट पर कांटे की टक्कर
नैनीताल::: नैनीताल विधानसभा सीट के चुनाव में एक ओर बेरोजगारी व पलायन का मुद्दा हावी रहा तो दूसरी ओर मुफ्त का राशन के साथ मोदी करंट तस्वीर साफ नजर आई। बाकी स्थानीय व जमीनी मुद्दे चुनाव में नदारत नज़र आए। राज्य की अन्य सीटों पर भी वोट संभवतः इन्ही मुद्दों पर पड़ा होगा। नैनीताल सीट पर शाम पांच बजे तक 53 प्रतिशत मतदान हो चुका था।
यह चुनाव बहुत अधिक उत्साहजनक नजर नही आया, अलबत्ता इस सीट पर कांग्रेस व बीजेपी के बीच मुकाबला कांटे का नजर आ रहा है। इन दिनों पार्टियों में जीते कोई भी, मगर जीत का आंकड़ा बहुत कम अंतर से होगा। इस सीट पर ग्रामीण क्षेत्रों के वोटरों में एक हद तक उत्साह दिखा, लेकिन नगर क्षेत्र में वोटरों की खास दिलचस्पी नहीं दिखी। सुबह के समय मंद गति से मतदान हुआ, जबकि दोपहर के समय मतदाताओं की कुछ भीड़ नजर आई। शाम के समय ठंड बड़ने के कारण वोटर कम संख्या में नजर आए। इस मतदान को लेकर माना जा रहा था कि वोटर स्वास्थ,शिक्षा, सड़क, कृषि, पानी के अलावा कुछ स्थानीय मुद्दों पर रहेगा, लेकिन ये मुद्दे गौण नजर आए। इस सीट पर वोटरों का उत्साह कम रहने की एक वजह प्रत्याशियों का दल बदलना भी रहा। इस सीट पर कांग्रेस, भाजपा व आम आदमी पार्टी के तीनों प्रत्याशियों ने चुनाव से ठीक पहले पार्टियां बदल ली थी। मगर अंत में लड़ाई कांग्रेस व भाजपा के बीच ही नजर आ रही है और जीत का अंतर बहुत कम रहने की संभावना लग रही है।