चतुर्थ शेरेड मेमोरियल अंतर्विद्यालयी महिला फुटबॉल टूर्नामेंट संपन्न, ऐमिनिटी पब्लिक स्कूल का ट्रॉफी पर कब्जा

नैनीताल l 154 वर्षो से छात्राओ के सर्वांगीण विकास मे अहम भूमिका निभाने वाले ऑल सेंट्स कॉलेज मे गुरुवार को चतुर्थ शेरेड मेमोरियल अंतर्विद्यालयी महिला फुटबॉल टूर्नामेंट सफलता पूर्वक संपन्न हुआ। टूर्नामेंट में सुबह के सत्र में हल्द्वानी के क्वींस पब्लिक स्कूल और रुद्रपुर के ऐमिनिट पब्लिक स्कूल के बीच सेमी फाइनल मुकाबला खेला गया। इस मैच में ऐमिनिटी पब्लिक स्कूल 6-1 से जीत दर्ज कर फाइनल मुकाबले में जगह बनाने में कामयाब रहा। दोपहर में ऑल सेंट्स कॉलेज ब्लू और ऐमिनिटी पब्लिक स्कूल के बीच फाइनल मुकाबला खेला गया। हाफ टाइम तक कड़ी प्रतिस्पर्धा के साथ चला यह मुकाबला 4-0 से ऐमिनिटी पब्लिक स्कूल के नाम रहा। मुकाबले में विजई टीम की अंकिता पोद्दार ने 2 गोल, हर्षिता चौधरी ने 1 गोल और रानी कश्यप ने 1 गोल कर अपनी टीम को जीत दिलाई। प्लेयर ऑफ दी सीरीज से अंकिता पोद्दार को नवाजा गया। वहीं बेस्ट फॉरवर्ड क्वींस पब्लिक स्कूल की भूमिका कुटियाल, बेस्ट मिड फील्डर ऐमिनिटी पब्लिक स्कूल की
हर्षिता चौधरी, बेस्ट डिफेंडर ऑल सेंट्स कॉलेज की एल अरूसा बजाज और बेस्ट गोल कीपर ऑल सेंट्स कॉलेज की हिमांशी ढींगरा रहीं। मुकाबलों में कुंदन खन्ना, प्रेम रावत, शेर सिंह बोरा, महेश चंद्र और एहमर एहसान रेफ्री की भूमिका में रहे। मुख्य अतिथि इंडिया जूनियर फुटबॉल टीम के चयनकर्ता जो कि संतोष ट्रॉफी में उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं और रुद्रपुर की ऐमिनिटी स्पोर्ट्स अकादमी के संस्थाक श्री सुभाष अरोड़ा ने सभी खिलाड़ियों की सराहना करते हुए ऑल सेंट्स कॉलेज को इस मुकाबले के आयोजन के लिए बधाई दी। साथ ही उन्होंने कहा कि खेल बच्चों में नेतृत्व के गुराें का संचार करता है और निर्णय लेने की क्षमता को बढ़ाता है। ऑल सेंट्स कॉलेज की प्रधानाचार्या श्रीमती किरन जरमाया ने ईश्वर के साथ साथ सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया और सभी खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने सभी प्रतिभागी विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को भी टूर्नामेंट की सफलता में उनकी भूमिका के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। साथ ही उन्होंने कहा कि प्रतिभाग करना महत्वपूर्ण है और हार जीत खेल के दो पहलू हैं। मुकाबलों के दौरान मेघा कश्यप, गोपाल बिष्ट, एलाईजाह लाल, जितेंद्र बिष्ट, मोंटी रावत उपस्थित रहे। संचालन शिक्षिका ज्योतिका गिल और सीमा ठुलघरिया ने किया।

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