कुमाऊँ विश्वविद्यालय, नैनीताल में “समग्र स्वास्थ्य और कल्याण” पर कार्यशाला का आयोजन किया गया

नैनीताल l प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान (PM-USHA) की MERU पहल के अंतर्गत कुमाऊँ विश्वविद्यालय, नैनीताल में “समग्र स्वास्थ्य और कल्याण” विषय पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में छात्रों, संकाय सदस्यों एवं स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया, जिसका उद्देश्य स्वास्थ्य के बहुआयामी पहलुओं की खोज और समझ को बढ़ावा देना था। कार्यक्रम का शुभारंभ संयोजक प्रो. लता पांडे द्वारा स्वागत भाषण और परिचय से हुआ, जिसने पूरे दिन की गतिविधियों की दिशा तय की। इसके बाद कुलपति प्रो. डी. एस. रावत द्वारा मुख्य वक्तव्य प्रस्तुत किया गया, जिसमें उन्होंने पारंपरिक ज्ञान और आधुनिक विज्ञान के समन्वय से वास्तविक कल्याण प्राप्त करने के महत्व पर बल दिया।शैक्षणिक सत्र की शुरुआत डॉ. दीपक पांडे के विचारोत्तेजक व्याख्यान से हुई, जिसका विषय था “समग्र स्वास्थ्य और कल्याण की समझ।”इसके पश्चात प्रो. सरिता श्रीवास्तव ने “मन और शरीर के लिए संतुलित आहार” विषय पर सारगर्भित व्याख्यान दिया।इस अवसर पर डी.एस.बी. परिसर की निदेशक प्रो. नीता बोरा शर्मा भी उपस्थित रहीं। आयोजन समिति में डॉ. छवि आर्य, प्रो. अर्चना नेगी, डॉ. नागेन्द्र शर्मा, डॉ. रुचि मित्तल, डॉ. हरदियेश शामिल थे। सलाहकार समिति में प्रो. रंजीश पांडे, प्रो. चित्रा पांडे, प्रो. अतुल जोशी, प्रो. संजय पंत, प्रो. हरीश बिष्ट, प्रो. ललित तिवारी जैसे वरिष्ठ शिक्षकों की सहभागिता रही। कार्यक्रम का संचालन प्रो. ललित तिवारी द्वारा किया गया। इसके अतिरिक्त शिक्षकगण – डॉ. महेंद्र राणा, प्रो. चंद्रकला रावत, डॉ. हरिप्रिया, प्रो. सुषमा टम्टा, प्रो. नीलू लोधियाल, डॉ. लक्ष्मी धस्माना, डॉ. प्रियंका एन. रुवाली तथा गृह विज्ञान विभाग की सदस्याएं – इंद्रा पंत, उमा नयाल, मोहनी आर्य भी कार्यक्रम में उपस्थित रहीं। कार्यक्रम के अंत में डॉ. छवि आर्य ने कार्यशाला में उपस्थित सभी प्रतिभागियों के प्रति आभार व्यक्त किया।