बाघ के आतंक से ग्रामीण परेशान

ज्योलीकोट l बाघ के आंतक से ग्रामीण सहमे हुए है। ग्रामीण शाम चार बजे के बाद घर से बाहर नहीं निकल पा रहे है। वीरभट्टी तल्ला चर्ता तोक में पान सिंह नेगी के घर के पास बाघ ने अपना ठिकाना बना रखा है। करीब छ महीने पूर्व वीरभट्टी छीडा तोक में प्रकाश आर्य के खच्चर को बाघ ने मार दिया था उसके बाद देवलढुंगा में बकरी को निवाला बनाया। पन्द्रह दिन पूर्व चर्ता गॉव में पान सिंह के खच्चर को बाघ ने मार दिया। पान सिंह का कहना है कि बाघ के साथ दो शावक भी है। बाघ ने खच्चर को खाने में हप्ते भर का समय लगाया और उसके बाद उनकी बकरी मार दी। रविवार की शाम को कुत्ते पर झपट गया लेकिन कुत्ता उसकी चंगुल से बच गया जो गंभीर रूप से घायल हो गया है जिसकी सूचना वन विभाग को दे दी गई है। पान सिंह ने समाचार के माध्यम से यह गुहार लगाई कि उसके परिवार को बाघ के आंतक से मुक्त किया जाए। उनका कहना है कि बाघ कभी भी उनके बच्चों पर झपट सकता है क्योकि वह दिन में ही घर आगन में आ जा रहा है ।

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