स्वास्थ्यपूर्ण जीवनशैली पर कार्यशाला का आयोजनकुमाऊं विश्वविद्यालय, नैनीताल के प्रबंधन अध्ययन विभाग के सभागार में बीबीए, एमबीए विशेषकरण, एकीकृत बीएमएस-एमबीए कार्यक्रम और एमबीए 2 वर्षीय पूर्णकालिक कार्यक्रम के छात्रों के लिए स्वास्थ्यपूर्ण जीवनशैली पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया।


नैनीताल l स्वास्थ्यपूर्ण जीवनशैली पर कार्यशाला का आयोजन कुमाऊं विश्वविद्यालय, नैनीताल के प्रबंधन अध्ययन विभाग के सभागार में बीबीए, एमबीए विशेषकरण, एकीकृत बीएमएस-एमबीए कार्यक्रम और एमबीए 2 वर्षीय पूर्णकालिक कार्यक्रम के छात्रों के लिए स्वास्थ्यपूर्ण जीवनशैली पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का आयोजन कुमाऊं विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो. डी. एस. रावत के निर्देशन में किया गया।
कार्यशाला का शुभारंभ प्रबंधन अध्ययन विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. अमित जोशी द्वारा किया गया। उन्होंने कार्यशाला में मुख्य वक्ता डॉ. दीपक पांडे, एम.डी. (पीड.), डीसीएच, और श्री कैलाश जोशी का स्वागत किया। विभागाध्यक्ष प्रो. अमित जोशी ने अपने उद्घाटन संबोधन में कहा, “स्वास्थ्यपूर्ण जीवनशैली न केवल हमारे शारीरिक स्वास्थ्य को सुदृढ़ बनाती है, बल्कि मानसिक और भावनात्मक संतुलन भी प्रदान करती है। इस प्रकार की कार्यशालाएं छात्रों को जागरूकता प्रदान करती हैं और उन्हें स्वस्थ जीवन जीने के लिए प्रेरित करती हैं।”
“हमारे छात्रों के लिए इस प्रकार की कार्यशालाएं अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। यह उन्हें स्वास्थ्य के प्रति जागरूक बनाती हैं और उन्हें बेहतर जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करती हैं।”o
डीन और निदेशक प्रो. एल. के. सिंह ने अपने संबोधन में कहा, “स्वास्थ्यपूर्ण जीवनशैली पर कार्यशाला का आयोजन हमारे शैक्षिक पाठ्यक्रम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह कार्यशाला छात्रों को जीवन के हर पहलू में स्वस्थ रहने के लिए महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करती है।” डॉ. दीपक पांडे ने अपने वक्तव्य में कहा, “स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए हमें संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, और पर्याप्त नींद पर ध्यान देना चाहिए। यह न केवल हमारे शारीरिक स्वास्थ्य को सुधारता है, बल्कि हमारी मानसिक स्थिति को भी बेहतर बनाता है।” कैलाश जोशी ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा, “तनाव मुक्त जीवन के लिए योग और ध्यान अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। इनसे हमें मानसिक शांति और शारीरिक स्फूर्ति मिलती है। हमें अपने दैनिक जीवन में इन आदतों को शामिल करना चाहिए।”
डाक्टर दीपक पांडेय एवं अधिवक्ता कैलाश जोशी, सदस्य, विश्वविद्यालय कार्य परिषद् स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता के लिए अत्यंत सराहनीय कार्य कर रहे हैं
इस अवसर पर छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. वीना पांडे, फार्मेसी विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो. अनीता सिंह, प्रो. अर्चना नेगी साह, डॉ. एच.के. पंत, डाक्टर लक्ष्मन रौतेला, डॉ. प्रतिभा पंत, डॉ. अनीता तिवारी, श्री भगवान ध्यानी, श्री रमेश तिवारी, डॉ. ज्योति पांडे, श्रीमती तारा ध्यानी, श्री प्रदीप कुमार, श्री कामेश तिवारी, श्री रोहित चतुर्वेदी, श्री दिग्विजय सिंह, श्री नवीन जोशी और कई अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
इस कार्यशाला में प्रबंधन, फार्मेसी और जैव-प्रौद्योगिकी विभाग के संकाय सदस्यों और सभी विभागों के स्टाफ सदस्यों ने भाग लिया। यह कार्यशाला छात्रों के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध हुई और उन्हें अपने दैनिक जीवन में स्वास्थ्यपूर्ण आदतें अपनाने के लिए प्रेरित किया।

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