प्रेमचंद्र अग्रवाल को पहाड़ के मंदिरो ,धार्मिक स्थलों से बहिष्कृत करने का प्रस्ताव स्वाभिमान रैली में पास हुआ

हल्द्वानी l पहाड़ी आर्मी ने पहाड़ी स्वाभिमान रैली निकाली जिसमें सैकड़ों की संख्या में जनता सड़को में उतरी उसके बाद महामहिम राज्यपाल को ज्ञापन दिया ज्ञापन में कहा गया कि विधानसभा के दौरान वित्त मंत्री प्रेम चंद्र अग्रवाल की हेट स्पीच पर कार्रवाई के संदर्भ में ,मूल निवास 1950 लागू करने और यूसीसी कानून के प्रावधानों में बदलाव ,बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र द्वारा आंदोलनकारियो को “सड़कछाप” संबोधित करने पर मुकदमा दर्ज के संदर्भ में।
गत दिनों उत्तराखंड के मंत्री माननीय प्रेमचंद अग्रवाल जी का एक वीडियो सामने आया था जिसमें वह पहाड़ी समुदाय के लोगों की अपशब्द कहते हुए नजर आए, जो की उतराखंड विधानसभा नियमावली के नियम 285, 286 और नियम 303 के विरुद्ध है इस स्थिति में भारतीय संविधान द्वारा प्रदत्त अनुच्छेद 194 के अधिकारों का उल्लंघन होता है और भारतीय संविधान के अनुच्छेद 208 की दृष्टांत में केवल विधानसभा अध्यक्ष के पढ़ पर बैठे हुए व्यक्ति को ही ऐसे लोगों के विरुद्ध कार्रवाई करने का अधिकार प्राप्त है तो आपसे अनुरोध है कि इस विषय में प्रेमचंद अग्रवाल जी के विरुद्ध वैधानिक कार्रवाई करके मुकदमा कायम किया जाए।
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष श्रीमान महेंद्र भट्ट के द्वारा राज्य आंदोलनकारी, व राज्य के ज्वलंत मुद्दे जल, जंगल ,भूमि ,रोजगार ,नशाबंदी के मुद्दों पर प्रदेश के हजारों आंदोलनकारी पुरूष,माताएं,बहने,युवा हर रोज आंदोलनरत है उन सबको “सड़कछाप” शब्द से संबोधन करना प्रदेश की अस्मिता की मान हानि, बेइज्जती है श्रीमान महेंद्र भट्ट सार्वजनिक माफी मागे नहीं तो इन पर मुकद्दमा दर्ज किया जाय।
उत्तराखण्ड राज्य विषम भौगोलिक प्रस्थितियों वाला हिमालयी राज्य है, लंबे समय से भू-कानून ,मूल निवास – 1950 राज्य के मूल निवासियों का भूमि पर विकास अथवा कृषि करने का मूल अधिकार मांग रही। वर्तमान में राज्य में हिमालय क्षेत्र असंतुलित हो गया है, यहाँ के मूल निवासियों के द्वारा संरक्षित जल, जगंल, जमीन पर बाहरी लोगों द्वारा कब्जा किया जा रहा है. जिस कारण प्रदेश वासियों लगातार सड़को में मूल निवास और सशक्त भू-कानून की मांग कर रहे है, वहीं उत्तराखण्ड सरकार ने उपरोक्त सभी मांगों पर कुठाराघात कर समान नागरिक संहिता (UCC) लागू कर दी है। जो प्रदेश की 90 प्रतिशत पहाड़ी हिंदुओं की संस्कृति तथा रिति रिवाजों पर आधात करता है सनातन धर्म को खिन्न भिन्न करता है पहाड़ी आर्मी उत्तराखण्ड वर्तमान समान नागरिक संहिता (UCC) कानून के निम्न प्रावधानों पर बदलाव किया जाय
- लिव-इन रिलेशनशिप।
- लिव-इन रिलेशनशिप से उत्पन असमाजिक परिस्थितियों।
- मात्र एक साल के उत्तराखण्ड प्रवास बाहरी लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ इससे उत्तराखण्ड के मूल निवासियों के अधिकार खत्म होगा।
यदि उत्तराखण्ड में वर्तमान BJP की सरकार वास्तव में प्रदेश वासियों के हित मे समान शिक्षा, स्वास्थ्य, एवं एक घर एक रोजगार , पहाड़ी हिन्दूओ का संरक्षण चाहती है तो पहाड़ी आर्मी उत्तराखण्ड की निम्न मांगों को अतिशीघ्र लागू करें - समान नागरिक संहिता (UCC) के उपरोक्त चारों प्रावधानों को अतिशीघ्र हटाया जाय।
- मूल निवास 1950 लागू कर रोजगार की समुचित व्यवस्था की जाय।
- गौमाता को राज्य माता का दर्जा दिया जाय।
आज बुद्ध पार्क में पहाड़ी स्वाभिमान रैली का आयोजन पहाड़ी आर्मी के द्वारा हुआ जिसमें
पहाड़ी आर्मी उत्तराखण्ड
बुद्ध पार्क में स्वाभिमान रैली में पहाड़ी आर्मी के संस्थापक अध्यक्ष हरीश रावत ने जनता के बीच एक प्रस्ताव रखा जो जनता ने सर्व सम्मति से पास हुआ उन्होंने प्रस्ताव रखा कि गालीबाज प्रेम चंद्र अग्रवाल का पहाड़ के सभी मंदिर एवं धार्मिक स्थल से बहिष्कार किया जाय जिसके लिए सभी मंदिर समितियों के पदाधिकारियों से भी अपील कि वह भी सूचना जारी करें और हमारा संगठन हर मंदिर के जाकर समर्थन के लिए पत्र देगा।
वक्ताओं ने कहा यह आंदोलन अब गांव गांव तक जाएगा पहाड़ियों पर अभद्र भाषा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। चौखुटिया से आए फौजी भुवन कठेत ने घोषणा कि यदि कल 10 मार्च तक प्रेम चंद्र अग्रवाल का स्थिपा नहीं हुआ तो अगले दिन से गैरसैंण में भूख अनशन में बैठूंगा।
राज्य आंदोलनकारी हरीश पनेरु व नौकुचियाताल के हेमचंद्र पाठक ने कहा राज्य हमारा खून से बना है यदि फिर खून मांगेगा तो हम तैयार हैं मगर पहाड़ के स्वाभिमान के खिलाफ जो भी बोलेगा उसे बर्दाश्त नहीं करेंगे।
आंदोलनकारी तुलसी रौतेला व सुनीता जीना ने कहा महिलाओं ने राज्य आंदोलन में शहादते दी है राज्य में अभद्र लोगो को छोड़ेंगे नहीं।
संगठन महामंत्री विनोद शाही ने कहा कि राज्य में पहाड़ के लोगों को गाली देने वालों का राजनीतिक अस्तित्व समाप्त करने का समय आ गया ।
हाईकोर्ट के अधिवक्ता डी के जोशी ने कहा संविधानिक पदों में बैठे लोग पहाड़ के हक हुकूक मार रहे है जबकि पहाड़ विकास से अभी कोसों दूर है ।
बुद्ध पार्क से रैली नारे बाजी के साथ सिटी मैजिस्ट्रेट ऑफिस तक पहुंची जहां अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा।
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इस दौरान सैकड़ों लोग मौजूद जिला अध्यक्ष मोहन कांडपाल,जिसमें भगवंत सिंह राणा,गौरव गोस्वामी, कमलेश खंडूरी,स्वराज सेवा दल के विशाल शर्मा, काग्रेस जिला अध्यक्ष राहुल छिमवाल,किसान मोर्चा के कार्तिक उपाध्याय, युवा एकता मंच पीयूष जोशी,आप पार्टी के के डी पांडेय,दिनेश पुर से कमलेश असगोला,राज्य आंदोलनकारी राजेंद्र बिष्ट,कमल जोशी,मयंक भट्ट,कैलाश डालाकोटी,दीप चन्द्र पांडेय, किरण डालाकोटी, हिमांशु,शर्मा,हरीश बृजवासी,महेश चंद्र पंत ,विनोद नेगी,चंदन सिंह,कमलेश जेठी,कपिल शाह, बंटी जोशी,दीपक गंगोला,त्रिलोचन बेलवाल,दीपक मेवाड़ी आदि सैकड़ों लोग मौजूद रहे।