तिब्बती समाज के लोगों ने अपने दलाई लामा का 90वां जन्मदिन धूमधाम से मनाया।

नैनीताल l तिब्बती समाज के लोगों ने अपने दलाई लामा का 90वां जन्मदिन धूमधाम से मनाया। सांस्कृतिक और खेलकूद प्रतियोगिताओं के बीच उनके व्यापारिक प्रतिष्ठान तीन दिनों तक बन्द रहेंगे।
तिब्बत के प्रमुख गुरु दलाई लामा का 90वां जन्मदिन है। इस मौके पर नैनीताल में लगभग 60 वर्षों से शरणार्थी की तरह राह रहे तिब्बती नागरिकों ने अपने स्नो व्यू स्थित मंदिर में एक कार्यक्रम किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पद्मश्री यशोधर मठपाल और विशिष्ठ अतिथि वरिष्ठ पत्रकार राजीव लोचन साह रहे। पवित्र दलाई लामा के 90वें जन्मदिन के मौके पर सवेरे आठ बजे मंदिर में पूजा अर्चना के बाद गुरु जी की तस्वीर को सम्मान के साथ मंदिर से नीचे बने हॉल में लाया गया। इसके बाद तीन दिवसीय कार्यक्रम शुरू हुआ जिसमें, तिब्बत और भारत के राष्ट्रगान गाए गए। इसके बाद चार तिब्बती महिलाओं ने पारंपरिक वेशभूषा में अपने राष्ट्र का नृत्य पेश किया। आकर्षण के रूप में तिब्बत में पाए जाने वाले याक और स्नो लायन की प्रतीकात्मक छवि का नृत्य हुआ जिसमें पहले सो ‘स्नो लायन’ ने अपने नियंत्रक के साथ प्रस्तुति दी। इसके बाद तिब्बत के राष्ट्र पशु ‘याक’ के साथ उसके नियंत्रक ने कई करतब दिखाए। दोपहर भोजन और अल्प विश्राम के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम, तीन पत्ती का खेल, अलग अलग आकर्षक खेल और नृत्य प्रतोयोगिताएँ होंगी। कार्यक्रम के दौरान नयना देवी मंदिर के सामने की तिब्बती व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहेंगे। पद्मश्री यशोधर मठपाल ने लार्यक्रम की सफलता के साथ भारत और तिब्बती के बीच एक मैत्री रिश्ते की वकालत की। तिब्बती यूथ कांग्रेस से जुड़ी डोलमा ने कहा की समाज के लोगों ने अपने गुरु की लंबी उम्र और राष्ट्र की आजादी के लिए प्रार्थना की है। तिब्बती यूनियन के अध्यक्ष येशी थुपतेन ‘राम बाबू’ने कहा कि उन्होंने गुरु जी के जन्मदिवस को यादगार बनाने के लिए तीन दिनों तक कार्यक्रम का आयोजन किया है। अगले तीन दिनों तक लगातार कार्यक्रम होंगे। आज, गुरु जी की लंबी उम्र की प्रार्थना के साथ किसी भी तरह का मांसाहारी भोजन नहीं लिया जाएगा। इस मौके पर केलसंग छुकि, रिंगजिंग छोजुम, सोनम छोडूंन, तेनज़िंग छोडूंन, ताशी डोलमा, तेनज़िंग लाडेन समेत तिब्बती और भोटिया समाज से जुड़े लोग बड़ी संख्या में मौजूद रहे।