लोअर मॉलरोड के ट्रीटमेंट का ठेका स्टारकॉन इन्फ्रा प्रोजेक्ट इंडिया के नाम, छह साल बाद मिल पाएगा लोअर मॉलरोड को उपचार

नैनीताल। वर्ष 2018 में क्षतिग्रस्त लोअर मॉलरोड को अब स्थाई उपचार मिल सकेगा। आठ निविदाओं के बाद आखिरकार लोअर मॉलरोड के ट्रीटमेंट के लिए ठेकेदार मिल चुका है। लोअर मॉलरोड के ट्रीेटमेंट का ठेका दिल्ली की स्टारकॉन् इन्फ्रा प्रोजेक्ट इंडिया के नाम हुआ है। विभाग की ओर से औपचारिकताएं पूरी होने के बाद जल्द लोअर मॉलरोड के स्थाई उपचार का कार्य शुरू किया जाएगा।वर्ष 2018 में लोअर माॅलरोड का लगभग 25 मीटर हिस्सा टूट कर झील में समा गया था। सड़क के अस्थाई उपचार के बाद सड़क को स्थाई ट्रीटमेंट दिये जाने के लिए टीएचडीसी को नए सिरे से सड़क का स्थाई ट्रीटमेंट करने का प्रस्ताव दिया था। टीएचडीसी के विशेषज्ञों के अध्ययन के बाद लगभग चार करोड़ की डीपीआर बनाकर शासन को भेजी जा चुकी है। इसके बाद शासन की ओर से 3.48 करोड़ का बजट स्वीकृत कर दिया गया था। लेकिन लोनिवि की ओर से सात निविदाएं निकलने के बाद भी कोई ठेकेदार काम के लिए आगे नहीं आया है। ईधर आठ निविदाओं के बाद चार ठेकेदारों की ओर से काम के लिए निविदा डाली गई। जिसमें से तीन ठेकेदारों की निविदाएं बृहस्पतिवार को खाेली गई हैं। लोनिवि के अधिशासी अभियंता रत्नेश सक्सेना ने बताया कि लोअर मॉलरोड के ट्रीटमेंट का ठेका स्टारकॉन इन्फ्रा प्रोजेक्ट इंडिया के नाम हुआ है। ठेकेदार के साथ औपचारिकताएं पूरी करने के बाद जल्द ही रोड के ट्रीटमेंट का कार्य किया जाएगा।

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