कुमाऊं विश्वविद्यालय में एसएसबी प्रशिक्षण कार्यक्रम
नैनीताल l कुमाऊं विश्वविद्यालय में आयोजित एसएसबी (सेवा चयन बोर्ड) कैप्सूल प्रशिक्षण कार्यक्रम आज भी जारी रहा, जिसमें समूह परीक्षण अधिकारी (जीटीओ) श्रृंखला और मनोवैज्ञानिक श्रृंखला पर व्याख्यान के साथ-साथ प्रयोगात्मक अभ्यास भी किया गया। आज के सत्र के दौरान ग्रुप प्लानिंग अभ्यास के प्रथम भाग के अन्तर्गत कैडेटों को अभ्यास ‘दिग्विजय’ के माध्यम से ग्रुप प्लानिंग प्रक्रिया से परिचित कराया गया, जिसमें समूह सेटिंग में ग्रुप प्लानिंग कार्यों को कैसे किया जाए, इस पर विस्तृत चर्चा और विश्लेषण किया गया।
इस कार्यक्रम में कुमाऊँ विश्वविद्यालय के कुलपति, प्रो0 दीवान सिंह रावत द्वारा एस0एस0बी0 प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रतिभागियों के लिए आयोजित की जा रही विभिन्न गतिविधियों में प्रतिभाग किया। उन्होंने प्रतिभागियों का आवाहन करते हुए कहा कि इस प्रशिक्षण के माध्यम से छात्र एस0एस0बी0 के लिए सक्षम होंगे। साथ ही नेतृत्व क्षमता, टीम वर्क अनुशासन, दृढ़ निश्चय, निर्णय क्षमता जैसे गुणों को भी विकसित करेंगे। विजिटिंग प्रोफेसर निदेशालय के निदेशक प्रो0 ललित तिवारी ने कहा कि प्रशिक्षण कार्यक्रम से अधिकतम सीखने का प्रयास करें और आने वाले दिनों में एस0एस0बी0 उत्कृष्टता प्राप्त करें।
मनोवैज्ञानिक श्रृंखला के अन्तर्गत कैडेटों ने वर्ड एसोसिएशन टेस्ट में भाग लिया, जिसके बाद निर्देशित अभ्यास किया गया। इस सत्र ने उनकी त्वरित सोच और सहयोगी क्षमताओं को विकसित करने में मदद की, जो एसएसबी आकलन में सफलता के लिए आवश्यक है। साथ ही व्यक्तिगत साक्षात्कार भी आयोजित किये गये। जिससे कैडेटों को उन्हें मॉक इंटरव्यू में शामिल होने और अपने प्रदर्शन पर प्रतिक्रिया प्राप्त करने का अवसर मिला। विजिटिंग प्रोफेसर कर्नल डी0के0 रावल ने बताया कि प्रतिभागियों के लिए समूह अभ्यास कराया गया तथा लैक्चरेट सत्र भी आयोजित किया गया। प्रतिभागियों के संचार और नेतृत्व कौशल को निखारने के लिए व्याख्यान और समूह चर्चा पर निर्देशित अभ्यास सत्र आयोजित किए गए। विजिटिंग प्रोफेसर ग्रुप कैप्टन संदीप मोहन ने बताया कि आज थीमैटिक एपर्सेप्शन टेस्ट और वर्ड एसोसिएशन टेस्ट के लिए निर्देशित अभ्यास सत्र भी आयोजित किए गए।
मनोवैज्ञानिक श्रृंखला के अन्तर्गत कैडेटों ने वर्ड एसोसिएशन टेस्ट में भाग लिया, जिसके बाद निर्देशित अभ्यास किया गया। इस सत्र ने उनकी त्वरित सोच और सहयोगी क्षमताओं को विकसित करने में मदद की, जो एसएसबी आकलन में सफलता के लिए आवश्यक है। साथ ही व्यक्तिगत साक्षात्कार भी आयोजित किये गये। जिससे कैडेटों को उन्हें मॉक इंटरव्यू में शामिल होने और अपने प्रदर्शन पर प्रतिक्रिया प्राप्त करने का अवसर मिला। कार्यक्रम समन्वयक डा0 रीतेश साह ने बताया कि एस0एस0बी0 प्रशिक्षण कार्यक्रम 25 सितंबर तक जारी रहेगा, जिसमें कैडेटों को उनकी आगामी सशस्त्र सेना चयन प्रक्रिया के लिए तैयार किया जाएगा।