सीवर का गंदा पानी पी रहे है ग्रामीण, गांव बीमारी की चपेट में

ज्योलीकोट ( नैनीताल) l दुर्गापुर सरियाताल छीणा गांजा पेयजल लाइन में जल संस्थान के द्वारा पानी की आपूर्ति पूरी करने के लिए सीवर का गंदा पानी पिलाया जा रहा है जिससे कई गांव बीमारी की चपेट में आ गए हैं। दुर्गापुर स्थित जल स्रोतो से कई गांवों को जिसमें ज्योलीकोट, बेलुवाखान, सरियाताल ग्राम सभा के अलावा गेठिया ग्राम सभा के सहित वीरभट्टी, छीणा,गांजा तक पीने की आपूर्ति होती है लेकिन छह महीने से जल संस्थान द्वारा पानी की आपूर्ति पूरी करने के नाम पर गुप्त और गलत तरीके से साजिशन वीरभट्टी, बिष्ट स्टेट, देवुवाजाला बकरखोड ढाकाखेत, सरियाताल, गांजा,छीणा आदि गावों शिविर की गंदगी वाला गंदा पानी पिलाया जा रहा है। भीषण गर्मी होने से गंदे पानी ने अपना रूप दिखाते हुए कई गांव के लोगों का स्वास्थ्य खराब कर दिया है। अधिकांश लोगों को दस्त और उल्टी हो रही है। जब लोगों द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया तो पता चला की बीमारी का मुख्य कारण सीवर का गंदा पानी है जिसे लोग शुद्ध जल समझ कर पी रहे है, ज्ञात हो उक्त पेयजल योजना में तीन कर्मचारी स्रोतों के रख रखाव और सफाई के लिए नियुक्त किए गए हैं लेकिन हालात इस प्रकार के हैं पानी के टैंकों में मेंढक चुहे और अन्य कीटाणु मरे सड़े गले हैं टंकी में काई जमी पड़ी है। जब इस विषय में राज्य आंदोलनकारी जिला उपाध्यक्ष महेश जोशी ने अधिसाक्षी अभियंता आर के डोभाल से गंदे पानी के बारे में शिकायत की तो उनका कहना है कि मैं क्या कर सकता हूं हालांकि शिकायत होने पर जल संस्थान के अधिकारी मौके पर पहुंच गए थे। राज्य आंदोलनकारी महेश जोशी का कहना है कि जल संस्थान द्वारा हमेशा खाना पूर्ति की जाती है हर वर्ष जल संरक्षण और रखरखाव के लिए भरपूर पैसा आता है लेकिन वह केवल कागजों में ही सिमट जाता है। हकीकत यह है कि यहां नियुक्त सहायक अभियंता कभी भी जल स्रोत का मुआयना करने नही आते है। जल कर्मियों का कहना है की पानी स्वच्छ और सैंपल पास है उनका कहना है सिंचाई विभागj द्वारा स्रोत के पास दीवार बनाई गई है जिससे सीवर का पानी रिस कर स्रोत में आ रहा है जिससे जल प्रदूषित हो रहा है।

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