रिफ्रेशर कोर्स का आयोजन किया गया

नैनीताल l कुमाऊं विश्वविद्यालय के एम एम टी टी सी तथा वनस्पति विज्ञान विभाग द्वारा आयोजित रिफ्रेशर कोर्स जिसकी थीम रिसेंट एडवांसेज इन प्लांट साइंस है में वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी के डॉ आलोक अरुण ने शैवाल पर जानकारी दी तथा एल्गी को भोजन के रूप में ग्रहण करने को कहा । प्रॉफ गोविंदम ,गढ़वाल विश्वविद्यालय ने शैवाल की वाले भुनाया जानकारी दी । दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रॉफ राजेश टंडन ने डेवलपमेंटल जानकारी तथा मिजोरम के प्रॉफ श्री कांत त्रिपाठी ने इकोसिस्टम पर पड़ रहे दवाब पर तथा उसके निराकरण की जानकारी दी । राजस्थान विश्वविद्यालय के डॉ योगेश जोशी ने लाई केन , बी एच यू के प्रॉफ राम सागर ने इकोसिस्टम बचाने तथा दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रॉफ सुमन लखन पाल नए जीन ट्रांसफर पर व्याख्यान दिया । कोर्स कॉर्डिनेटर प्रॉफ ललित तिवारी ने स्टेटस ऑफ मेडिसिनल प्लांट्स पर कहा कि 2050 में औषधीय पौधे की 5 ट्रिलियन डॉलर की इकॉनमी होगी ।इसका कारोबार प्रतिवर्ष 7 से 11 प्रतिशत की वृद्धि से आगे बढ़ रहा है ।पूरे विश्व में 12 से 18 प्रतिशत औषधीय पौधे है किन्तु 80 प्रतिशत सप्लाई जंगल से ही हो रही है अतः अंतरराष्ट्रीय सहयोग के साथ कॉरपस फंड बनाने की जरूरत है जिससे मेडिसिनल प्लांट की खेती बढ़ाई जा सकेगी । ऑनलाइन माध्यम से आयोजित रिफ्रेशर कोर्स में 156 प्रतिभागी असिस्टेंट प्रोफेसर प्रतिभाग देश के विभिन्न राज्यों से प्रतिभाग कर रहे है । डॉ रितेश साह ,जतिन , डॉ मनीष बेलवाल ,रीना दुबे ,लवलीन कौर आदि उपस्थित रहे ।