कुमाऊं विश्वविद्यालय में रसायन सुरक्षा और जोखिम प्रबंधन पर ऑनलाइन प्रशिक्षण
नैनीताल। कुमाऊं विश्वविद्यालय के विज्ञान स्नातकोत्तर (पीजी) विद्यार्थियों के लिए “फॉउण्डेशन्स ऑफ केमिकल सेफ्टी एंड रिस्क मैनेजमेंट” विषय पर अमेरिकन केमिकल सोसाइटी (ACS) के विशेषज्ञ डॉ. कृष्ण राघव चतुर्वेदी द्वारा ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया गया। इस सत्र में कुलपति प्रो. दीवान एस. रावत, विज्ञान संकायाध्यक्ष डॉ. चित्रा पांडे सहित विज्ञान संकाय के सभी शिक्षक उपस्थित रहे। प्रशिक्षण के दौरान रसायन प्रयोगशालाओं की सुरक्षा से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई। डॉ. चतुर्वेदी ने बताया कि किसी भी शैक्षणिक संस्थान में सुरक्षा संस्कृति विकसित करने के लिए व्यापक स्तर पर जागरूकता और प्रतिबद्धता आवश्यक है। उन्होंने कहा कि रसायन प्रयोगशालाओं में काम करने वाले विद्यार्थियों और शोधकर्ताओं को सुरक्षा मानकों का पालन सुनिश्चित करना चाहिए, जिससे किसी भी संभावित दुर्घटना को रोका जा सके।उन्होंने रसायन सुरक्षा कौशल के चार प्रमुख घटकों पर विशेष जोर दिया—
- खतरों की पहचान
- जोखिम का आकलन
- जोखिम को कम करना
- आपातकालीन स्थितियों के लिए तैयारी
डॉ. चतुर्वेदी ने प्रयोगशालाओं में रासायनिक स्वच्छता योजना (Chemical Hygiene Plan) लागू करने की आवश्यकता पर बल दिया, जिसमें रसायनों के सुरक्षित संचालन, भंडारण और निपटान से संबंधित दिशा-निर्देशों का पालन अनिवार्य हो। उन्होंने कहा कि प्रयोगशालाओं में आईवॉश, सेफ्टी शावर, उचित वेंटिलेशन और सुरक्षात्मक उपकरणों का सुचारू संचालन सुनिश्चित किया जाना चाहिए। कुलपति प्रो. दीवान एस. रावत ने कहा कि कुमाऊं विश्वविद्यालय प्रयोगशाला सुरक्षा को लेकर सतत प्रयासरत है और इस प्रकार के प्रशिक्षण सत्रों से विद्यार्थियों को वैश्विक सुरक्षा मानकों के अनुरूप तैयार किया जा रहा है। इस ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम में विज्ञान संकाय के विभिन्न विभागों के शिक्षक एवं विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।