एनपीसीडब्लूए ने अग्रणी कार्यशाला का आयोजन किया

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नैनीताल l पैरेंट्स एंड चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन (एनपीसीडब्ल्यूए) भारत में एक अनूठा मंच है जो नैनीताल के माता-पिता और बच्चों को एक साथ लाता है ताकि वे अपने युवाओं को समृद्ध अवसर प्रदान करने के लिए मिलकर काम कर सकें। अपनी कार्यशाला श्रृंखला के हिस्से के रूप में, एनपीसीडब्ल्यूए ने 17 अक्टूबर 2024 को कुमाऊं विश्वविद्यालय के हर्मिटेज में ‘माइंड ओवर मैटर’ शीर्षक से अपनी पहली कार्यशाला आयोजित की। तीन घंटे का कार्यक्रम दीप प्रज्ज्वलन समारोह के साथ शुरू हुआ, जिसमें ड्रग्स पर गहन व्याख्यान, एक इंटरैक्टिव प्रश्नोत्तर सत्र और स्वर्णिम, ख्याति, आशीष, गुलराना और चेष्टा के नेतृत्व में एनपीसीडब्ल्यूए की युवा शाखा का परिचय शामिल था।
सेमिनार में मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों पर चर्चा की गई, जिसमें नशीली दवाओं के प्रति जागरूकता और रोकथाम पर विशेष जोर दिया गया। कार्यशाला में नैनीताल के प्रमुख स्कूलों के अभिभावकों और बच्चों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम में अतिथि वक्ता के रूप में डॉ. गरिमा कांडपाल और डॉ. हर्षवर्धन मौजूद थे। मुख्य व्याख्यान में नशीली दवाओं के प्रकारों, दुरुपयोग के मापदंडों और नशीली दवाओं के दुरुपयोग के अल्पकालिक और दीर्घकालिक परिणामों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। कार्यक्रम का समापन वीडियो के साथ हुआ जिसमें दिखाया गया कि कैसे लोकप्रिय फिल्म अभिनेता संजय दत्त ने अपनी लत पर काबू पाया।
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सुश्री वरुणा अग्रवाल संयुक्त मजिस्ट्रेट नैनीताल और एसपी क्राइम (नैनीताल) हरबंश सिंह उपस्थित थे। उन्होंने छात्रों के ऊर्जावान समूह को प्रेरित करने वाले संदेश दिए और अपने व्यक्तिगत जीवन के सबक तथा अपने लक्ष्यों तक पहुँचने के दौरान आने वाली चुनौतियों को साझा किया। मानसिक लचीलापन बनाना और समाज में गलत चीजों को ‘नहीं’ कहने का विवेक उनके भाषण का मुख्य विषय था। लोकप्रिय मीडियाकर्मी अफजल हुसैन फौजी ने भी इस कार्यक्रम में उत्साहवर्द्धक भाषण देकर इस बात पर जोर दिया कि किस प्रकार उन्होंने अपनी लत से संघर्ष किया और अधिक मजबूत तथा सफल होकर इससे बाहर निकले।
कार्यशाला का समापन एक चित्रकला प्रतियोगिता के साथ हुआ जिसमें 13-16 और 17-21 आयु वर्ग के बच्चों ने भाग लिया। प्रतियोगिता के विषय थे नशे के खिलाफ युवा सशक्तिकरण और ‘नश। मुक्त समाज’। बच्चों द्वारा प्रस्तुत रचनात्मक विचार और प्रभावशाली संदेश इस मुद्दे के प्रति उनके जुनून और ज्ञान को दर्शाते हैं। प्रतियोगिता का निर्णायक डॉ. रीना सिंह, एसोसिएट प्रोफेसर, ललित कला संकाय, डी.एस.बी. परिसर, नैनीताल था। प्रतियोगिता के 13-16 वर्ग के विजेता थे प्रियांशु तपोवर्द्धन (प्रथम पुरस्कार) सनवाल स्कूल से, गर्वित नेगी (द्वितीय पुरस्कार) बी.एस.एस.वी. से और दीया आगरी (तृतीय पुरस्कार), बी.एस.एस.वी. 17-21 आयु वर्ग में सेंट जेवियर्स स्कूल से विपिन चंद्रखंक्रियाल (प्रथम पुरस्कार), सनवाल स्कूल से हबीबा सिद्दीकी (द्वितीय पुरस्कार) और बीएसएसवी से विनीता टम्टा (तृतीय पुरस्कार) विजेता रहे। एनपीसीडब्ल्यूए के पदाधिकारियों अर्थात् अध्यक्ष श्री मनीष कुमार, सचिव सुश्री शेली सूरी कृष्णानी और कोषाध्यक्ष सुश्री निवेदिता मेहरोत्रा ​​और निर्णायक डॉ. रीना सिंह द्वारा पुरस्कार प्रदान किए गए। कार्यक्रम के आयोजक एसोसिएशन के मुख्य सदस्यों में प्रोफेसर अशोक कुमार, सुश्री कुमकुम शर्मा, सुश्री एकता जोशी, सुश्री सबीहा हुसैन, सुश्री सुविद्या कुमार, सुश्री नेहा छाबड़ा, श्री पुरूषोत्तम कृष्णानी और सुश्री कृपा कुरुविला शामिल थे।

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