मोहर्रम पर मातमी जुलूस निकाला गया
नैनीताल l आशूर के दिन हजरत इमाम हुसैन की शहादत हुई थी. उनकी याद में मोहर्रम के 10वें दिन को लोग मातम के रूप में मनाते हैं, जिसे आशूरा कहते हैं l हजरत इमाम हुसैन अपने 72 साथियों के साथ मोहर्रम माह के 10वें दिन कर्बला के मैदान में शहीद हो गए थे l उनकी शहादत और कुर्बानी के तौर पर इस दिन को याद किया जाता है l सिरसी से आये मौलाना मैज़र ज़ैदी ने बताया के आज के ही दीन मोहम्मद साहब के नवासे इमाम हुसैन 3 दिन के भूखे प्यासे शहीद कर दिए जिसमें उनके 6 माह का बेटा अली असगर 18 माह का बेटा अली अकबर और ईमाम के भतीजे जनाबे कासिम भाई अब्बास सहित 72 साथियो के साथ कर्बला में कुर्बानी दी थी l मोहर्रम का चांद दिखने के बाद मजलिसों का दौर शुरू हो गया आज 10 मोहरम को माध्यमिक जुलूस मोटा पानी इमामबाड़ा में जिसमें फरमान अली खान मुस्ताक अली खान सरवर खान गुलाम अली खान सलीम खान रमजानी खान समुदाय के सभी लोग सम्मिलित रहे l